चर्च हमले पर महाराष्ट्र विधान सभा से विपक्ष का वाकआउट
मुंबई। नवी मुंबई के न्यू पनवेल में एक कैथोलिक चर्च पर शनिवार को हुए हमले को लेकर सोमवार को महाराष्ट्
मुंबई। नवी मुंबई के न्यू पनवेल में एक कैथोलिक चर्च पर शनिवार को हुए हमले को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र विधान सभा में जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में सरकार पर अल्पसंख्यकों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया। जबकि मुख्य मंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने घटना पर दुख जताते हुए चर्च हमलावरों को 48 घंटे के भीतर पकड़ने का पुलिस को निर्देश दिया।
सोमवार को विधान सभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने इस मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। नेता विरोधी दल राधाकृष्ण विखे पाटिल और राकांपा के जितेंद्र अवहाद ने कार्य स्थगन प्रस्ताव के जरिये यह मुद्दा उठाने की कोशिश की। दोनों नेताओं ने प्रश्न प्रहर स्थगित कर इस मामले पर चर्चा कराने की मांग की। लेकिन स्पीकर हरिभाऊ बागडे ने विपक्ष की मांग ठुकराते हुए सरकार से विस्तृत बयान देने के लिए कहा। इस पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री एकनाथ खडसे ने चर्च पर हमले के पीछे राजनीतिक हाथ होने का संदेह जताया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घटना की जांच करा रही है और दोषियों से कड़ाई से निपटा जाएगा। उनका कहना था, 'इस घटना के पीछे विदेशी, असमाजिक तत्व या राजनीतिक हाथ हो सकता है।' उनके इस जवाब पर कांग्रेस और राकांपा विधायकों ने आपत्तिजताई। इसके बाद उत्तोजित विपक्ष ने सरकारी विरोधी नारेबाजी करते हुए चर्च पर हमले के विरोध में सदन से वाकआउट किया। वहीं इस घटना की आम आदमी पार्टी ने निंदा की है। पार्टी की एक टीम ने चर्च का दौरा भी किया।
इससे पूर्व भाजपा विधायक आशीष शेलार की अगुवाई में कई ईसाई संगठनों के प्रतिनिधियों ने विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की। बांद्रा से विधायक शेलार ने बताया, 'मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि दोषियों को 48 घंटे के अंदर पकड़ लिया जाएगा।' यह घटना शनिवार तड़के उस समय हुई, जब बाइक सवार तीन नकाबपोश आए। इनमें से पीछे की सीट पर बैठे दो हमलावरों ने सेंट जार्ज कैथोलिक चर्च पर पत्थर फेंके। इस घटना में सेंट जार्ज की प्रतिमा का आवरण कांच टूट गया।