राजनीति से ऊपर होनी चाहिए राष्ट्रनीति: मोदी
मुंबई [राज्य ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रनीति को राजनीति से ऊपर उठ
मुंबई [राज्य ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रनीति को राजनीति से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए। साथ ही विकास के लिए विभिन्न दलों के नेताओं में विचार-विमर्श होते रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने शरद पवार की शान में जमकर कसीदे काढ़े। मोदी ने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ जब गुजरात के मुख्यमंत्री रहते उन्होंने महीने में दो-तीन बार पवार से बातचीत नहीं की हो।
चार दिन पहले ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी की भारी जीत के बाद आप नेता अरविंद केजरीवाल को बधाई देने वाले प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को महाराष्ट्र के बारामती में न केवल शरद पवार के साथ उनके मंच पर थे, बल्कि दोपहर का भोजन भी उन्होंने पवार के घर पर ही किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने चुटकी ली कि मीडिया के मित्र आज खोजेंगे कि मोदी ने यहां पहले क्याकहा था और आज क्याकहा। शरद पवार ने मोदी के बारे में पहले क्याकहा था और आज क्याकहा? लेकिन यह लोकतंत्र की खुबसूरती है। प्रधानमंत्री के अनुसार लोकतंत्र संवाद और विवाद की दो पटरियों पर चलता है। भले ही दो दलों के विचार और एजेंडे अलग हों, लेकिन दल से बड़ा देश और राजनीति से राष्ट्रनीति होनी चाहिए। मोदी पवार परिवार द्वारा संचालित विद्या प्रतिष्ठान का दौरा किया और शरद परिवार के भाई के नाम पर रखे गए अप्पासाहेब पवार ऑडिटोरिम का उद्घाटन किया। मोदी ने बारामती में कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित किसानों की सभा में पवार की जमकर सराहना की। साथ ही वहां सब्जी उत्पादकों के लिए उत्कृष्टता केंद्र की आधारशिला रखी।
प्रधानमंद्दी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि जाने क्यों दोअलग-अलग दलों के नेताओं का मिलना भी यहां खबर बन जाता है।
मोदी ने गुजरात के अपने मुख्यमंत्रित्व काल को याद करते हुए खुलासा किया कि उस समय शायद ही कोई ऐसा महीना गुजरता रहा हो, जब महीने में दो-तीन बार उनकी शरद पवार से बात न होती हो। मोदी के अनुसार, इस प्रकार की बातचीत होती रहनी चाहिए और जो सत्ता में है उसकी जिम्मेदारी ज्यादा होती है। इसलिए मेरी जिम्मेदारी ज्यादा है कि मैं किसी मसले पर पवार से पूछूं कि आपका अनुभव ज्यादा है, इसका रास्ता कैसेनिकाला जाना चाहिए? लोकतंत्र तभी चलता है। बता दें कि मोदी ने तीन महीने पहले विधानसभा चुनावों के दौरान बारामती में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बारामती को चाचा-भतीजे से मुक्त कराने की बात कही थी। पवार ने पुरानी बातें भूलकर कहा कि उनकी पार्टी मोदी के विकास के एजेंडे का समर्थन करती है। साथ ही मोदी से आग्रह किया कि वे चीनी का निर्यात बढ़ाने का रास्ता ढूंढें।