मोदी ने राजनीतिक हालात का लिया जायजा
मुंबई। प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार मुंबई पंहुचे नरेंद्र मोदी ने अपना तय कार्यक्रम बदल दिया। उन्होंने दिल्ली लौटने से पहले प्रदेश नेताओं को तलब किया। मोदी ने पार्टी नेताओं से राजनीतिक हालात व चुनावी तैयारियों का जायजा लिया। भाजपा नेताओं की मानें तो मोदी के पास के समय था। लिहाजा उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात की। मोदी के साथ हुई बैठक में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस, विधान परिषद में विपक्ष के नेता विनोद तावड़े, प्रदेश संगठन मंत्री रविंद्र भुसारी, प्रदेश प्रवक्ता माधव भंडारी, मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार, मुंबई के पार्टी विधायक व सांसद सहित कुल 50 वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
अगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को कैसे बहुमत मिले इस मुद्दे को लेकर विचार विमर्श हुआ। इससे पहले मोदी ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। जब मोदी मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचे तो उनकी अगुवानी के लिए राज्यपाल के. शंकरनारायणन, मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, एईसी के अध्यक्ष आरके सिन्हा, फडणवीस और तावड़े मौजूद थे।
नाभकीय विज्ञान, ऊर्जा, इंडियन वाटर रियेक्टर जैसे क्षेत्रों में हुए नए अविष्कार व विकास को लेकर मोदी ने बीएआरसी के वैज्ञानिकों से चर्चा की। उन्होंने बीएआरसी की प्रदर्शनी में हिस्सा लिया। बीएआरसी के दौरे के अलावा मोदी का कोई कार्यक्रम तय नहीं था।
इधर भाजपा की ओर से भी स्पष्ट किया गया था कि मोदी सरकारी दौरे पर मुंबई आ रहे हैं। यह मोदी का संगठनात्मक दौरा नहीं है। लिहाजा वे पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे।
मीडिया को भी मोदी के कार्यक्रम में अनुमति नहीं दी गई थी। बीएआरसी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वे शाम को दिल्ली लौट जाएंगे। मगर मोदी ने शाम करीब सात बजे प्रदेश नेताओं को महानगर के ग्रैंड हयात पंचसितारा होटल में बुलाया और उनसे बातचीत की।
मोदी ने शिवसेना सहित महागठबंधन में शामिल घटक दलों के रुख को लेकर भी पार्टी नेताओं की राय जानी। मोदी ने चुनाव में विपक्षी पार्टियों को घेरने का गुरुमंत्र दिया है।