अब सोशल इंजीनियरिंग पर संघ का रहेगा फोकस
महाकाल की नगरी उज्जैन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मालवा, महाकौशल, मध्यभारत और छत्तीसगढ़ प्रांत की क्षेत्रीय बैठक में सालभर की गतिविधियों का खाका तैयार हुआ।
नईदुनिया, उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मालवा, महाकौशल, मध्यभारत और छत्तीसगढ़ प्रांत की क्षेत्रीय बैठक में सालभर की गतिविधियों का खाका तैयार हुआ। इसे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संघ का फोकस अब ग्रामीण क्षेत्रों में सोशल इंजीनियरिंग पर है। इससे पहले सुबह बौद्घिक एकत्रीकरण में दो मिनट लेट होने पर पूर्व महापौर मदनलाल ललावत सहित 100 से ज्यादा स्वयंसेवकों को भीतर प्रवेश नहीं दिया गया।
संघ प्रमुख शाखा में हुए शामिल
रविवार सुबह संगम स्थल माधव सेवा न्यास परिसर में ही संघ की शाखा लगी। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल हुए। इसके बाद क्षेत्रीय बैठकों का सिलसिला शुरू हुआ। सुबह की प्रारंभिक बैठकों में शामिल होने के बजाए भागवत कक्ष में ही रहे और पदाधिकारियों से व्यक्तिगत चर्चा की।
भागवत की तबीयत हुई खराब
भागवत की तबीयत शनिवार रात बिगड़ गई। वह रविवार सुबह के बौद्घिक सत्र में शामिल नहीं हुए। उनके न आने से स्वयंसेवकों में मायूसी रही। आधे दिन अपने कक्ष में आराम करने के बाद भागवत दोपहर को स्वयंसेवकों की बैठक में शामिल हुए। सोमवार को संघ प्रमुख भागवत का बौद्धिक भी ग्राम विकास के इर्द-गिर्द ही रहेगा।
धार्मिक आयोजन हों ज्यादा
पदाधिकारियों से कहा गया कि वे धार्मिक आयोजनों के माध्यम से लोगों को जोड़ें। युवा वर्ग को जोडऩे की बात भी हुई। इसके लिए खेल स्पर्धा, प्रश्नमंच जैसी गतिविधियां चलाने के लिए कहा गया।