व्यापमं मामले की रिपोर्टिंग कर रहे टीवी पत्रकार की संदिग्ध मौत
न्यूज चैनल आज तक के संवाददाता अक्षय ङ्क्षसह (38) की शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाला मामले में एक छात्रा की संदिग्ध मौत पर जानकारी लेने उसके घर पहुंचे थे, वहीं अचानक तबीयत बिगड़ी।
भोपाल, झाबुआ [संवाददाता]। न्यूज चैनल आज तक के संवाददाता अक्षय ङ्क्षसह (38) की शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाला मामले में एक छात्रा की संदिग्ध मौत पर जानकारी लेने उसके घर पहुंचे थे, वहीं अचानक तबीयत बिगड़ी तो छात्रा के परिजन अस्पताल लेकर गए। उन्हें गुजरात के दाहोद ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकार की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि मृत्यु के कारण की जानकारी के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जाना चाहिए।
कांग्र्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्र्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अक्षय सिंह की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए पत्रकार की मौत की साफ-सुथरी जांच की आवश्यकता जताई है। आज तक संचालित करने वाले टीवी टुडे ग्र्रुप ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मौत के कारण को फिलहाल अस्पष्ट बताया है। ग्र्रुप ने सही स्थिति के सामने आने की बात कही है। अक्षय सिंह नई दिल्ली के जनकपुरी निवासी जीपी सिंह के बेटे थे।
पता चला है कि अक्षय इन दिनों व्यापमं घोटाले की रिपोर्टिंग करने के लिए मध्य प्रदेश के दौरे पर थे। मेडिकल कॉलेजों से जुड़े लोगों की संदिग्ध मौतों के मामले की पूरी जानकारी एकत्रित कर रहे थे। इसी कड़ी में शनिवार को वह मेघनगर में मेहताब सिंह डामोर के घर पहुंचे। उनकी बेटी का शव सात जनवरी, 2012 को उज्जैन में रेलवे ट्रैक के पास मिला था। वह महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, इंदौर में एमबीबीएस की छात्रा थीं।
मेहताब सिंह डामोर ने बताया अक्षय सिंह अपने साथी रिपोर्टरों के साथ आए थे। उन्हें हमने सारे दस्तावेज दिखाए। अपने एक साथी को उन्होंने दस्तावेजों की फोटो कॉपी के लिए भेजा। इस बीच अचानक उनके मुंह से झाग निकलने लगा। मेरे बेटे और उनके साथी उन्हें तत्काल अस्पताल लेकर गए।
33 नहीं, व्यापमं घोटाले में हुईं हैं 46 मौतें: कांग्रेस
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस ने व्यापमं घोटाले से जुड़े व्यक्तियों की मौत को लेकर दावा किया है कि अब तक 33 नहीं, बल्कि 46 मौतें हो चुकी हैं। मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने एसआईटी को मृतकों की सूची सौंपते हुए गहराई से जांच की मांग की है। साथ ही जेल में बंद पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, सुधीर शर्मा, पंकज त्रिवेदी, नितिन मङ्क्षहद्रा, यूसी उपरीत की सुरक्षा को लेकर आशंका जाहिर की है।