ड्राइविंग फोर्स बनेगा मध्य प्रदेश: मोदी
इंदौर [ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश को अपार क्षमताओं और अनमोल संपत्ति का प्रदेश
इंदौर [ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश को अपार क्षमताओं और अनमोल संपत्ति का प्रदेश बताते हुए कहा कि यह राज्य देश का ड्राइविंग फोर्स बनेगा।
देश के उद्योग व व्यापार जगत की दिग्गज हस्तियों के बीच ग्लोबस इन्वेस्टर्स समिट के फोरम पर प्रधानमंत्री ने गुरवार को कहा कि पिछले 10 साल में यहां जो काम हुए हैं वह ऐतिहासिक हैं। इसी कारण प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से निकलकर प्रगतिशील राज्य बन गया है। उन्होंने देश के औद्योगिक घरानों से कहा कि मध्यप्रदेश में सरकार आपको सब दे सकती है यह सुनहरा अवसर है मौका न जाने दें।
मोदी बोले मैं एक जनप्रिय मुख्यमंत्री के उम्दा प्रयासों का स्वागत करता हूं। उन्होंने अपने भाषण में राज्य की तरक्की के लिए कुछ टिप्स दिए, मध्यप्रदेश की क्षमताओं को रेखांकित किया, केंद्र व राज्यों के एक दूसरे के पूरक बनकर काम करने की बात कही और यह भी स्वीकारा की भारत को आगे बढ़ाने में राज्यों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
देश की ताकत राज्यों में निहित
अपने आधा घंटे के भाषषण में वे बोले कि देश की ताकत राज्यों में निहित होती है और जो राज्यों की ताकत को समझता है वही देश को ताकतवर बना सकता है। यदि भारत को आगे ब़़ढाना है तो राज्यों को ताकतवर बनाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा मैं टीम इंडिया के रंग को आगे लाकर काम करना चाहता हूं।
36 का आंकड़ा फायदेमंद नहीं, एक और एक ग्यारह बनो
सीएम के नाते मुझे काफी अनुभव रहा है। केंद्र व राज्य के परस्पर सहयोग के रिश्ते कितनी ताकत दे सकते हैं, इसका मुझे अंदाज है। यदि रिश्ते ठीक न हो तो कितनी तकलीफ होती है, यह भी मैं जानता हूं। केंद्र व राज्य के बीच 36 का आंकड़ा नहीं होना चाहिए। केंद्र व राज्य प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि एक-दूसरे के पूरक हैं। हमें एक और एक दो नहीं, बल्कि एक और एक ग्यारह बनना है और देश को आगे ब़़ढाना है।
बीमारू से प्रगतिशील राज्य बनने का फॉर्मूला बताया
बकौल प्रधानमंत्री यदि सही नेतृत्व हो, नीति स्पष्ट हो, नीयत साफ हो, इरादे नेक हों, दिशा निर्धारित हो, मकसद पाने का इरादा हो तो हम बीमारू राज्य को भी प्रगतिशील राज्य बना सकते हैं। यह मध्यप्रदेश ने कर दिखाया है।
मध्यप्रदेश की जमकर तारीफ
वे बोले भारत सरकार भी मध्य प्रदेश का ढोल पीटे, ताकि दुनिया जाने की यहां बदलाव कैसे आ रहा है। यहां के विकास के बारे में पूरे विश्व को मालूम प़़डना चाहिए। यहां सिंचाई व एग्रीकल्चर के सेक्टर में ऐतिहासिक काम हुआ है। बिजली अब सरप्लस है और स़़डकों का जाल बिछ गया है। इस सब के कारण मध्यप्रदेश अभिनंदन का अधिकारी है।
दम दिखाओ और पैसा ले जाओ
1000 बिलियन डॉलर ने वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है। अमेरिका, चीन और अन्य देशों से पैसा भारत में आना है। राज्यों में दम चाहिए कि वे ज्यादा से ज्यादा अपने यहां ले जा सकें। अब देखना यह है कि अपने दम पर कौन राज्य इसमें से ज्यादा से ज्यादा पैसा अपने राज्य में ले जा सकता है।
नौजवान बेरोजगार, नल ठीक करने के लिए प्लंबर नहीं
देश में दक्ष लोगों की कमी को रेखांकित करते हुए पीएम ने कहा कि पूरे भारत की मैपिंग देश में स्किल की जरूरत के मुताबिक होना चाहिए। सेक्टर चिंहित कर वहां की जरूरत के मुताबिक स्किल विकसित करें। घर का नल ठीक करने कि लिए प्लम्बर नहीं और घर में नौजवान खाली बैठा है, गा़़डी चलाने के लिए ड्राइवर नहीं मिल रहे हैं। पीपीपी मॉडल पर स्किल डेवलपमेंट होना चाहिए। देश में लाखों ड्राइवरों की जरूरत है। क्या पीपीपी मोड पर कंपनियां ड्राइवरों की ट्रेनिंग नहीं दे सकती।
ग्लोबल टेलेंट पूल बनाएं
कोई देश अकेला अपने सपनों पर जी नहीं सकता। ग्लोबल वर्ल्ड से जु़़डने की जरूरत है। हम अपना ग्लोबल टेलेंट पूल बनाएं, अपने राज्य, जिले व कस्बे के जो नागरिक विदेश में हैं उन्हें ढूं़़ढें, नेटवर्किंग करें, वे देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। उनका अनुभव टेलेंट हमारे लिए बहुत काम आ सकता है। जरूरी नहीं की वे डॉलर पाउंड में ही हमारी मदद करें।
ग्लोबल लीडर की कमी पूरी : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने स्वागत उदबोधन ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल लीडर की कमी पूरी कर दी है। उन्होंने देश के उद्योगपतियों से कहा आप हम पर भरोसा जताएं। मैं आपका विश्वास खंडित नहीं होने दूंगा।
उन्होंने प्रदेश की विशेषताओं को प्रमुखता से रेखांकित करते हुए कहा प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के लिए हम मध्यप्रदेश को आदर्श राज्य बनाकर देंगे। ख्यात गायक शान ने मध्यप्रदेश गान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, थावरचंद गेहलोत के साथ ही बिजनेस टायकून मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, गौतम अडानी, सायरस मिाी, आदि गोदरेज, शशि रूईया, अनिरुद्ध धुत, डॉ. नरेश त्रेहान, डॉ. सी प्रताप रेड्डी सहित कई अन्य उद्योगपति व देश के बड़े कारोबारी मौजूद थे।