पांच करोड़ नकदी और आभूषषण जब्त
इंदौर [नप्र]। पाथ ग्रुप, बीआरजी ग्रुप व पीडी अग्रवाल समूह पर मारे गए आयकर के छापे तीसरे दिन भी जारी रहे। टोल नाके, रोड निर्माण एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर से संबद्ध ठेकेदार समूह के ठिकानों से छापे के दौरान आयकर विभाग ने करीब 5 करो़़ड रपए मूल्य के आभूषषण और नकदी जब्त कर लिए हैं। विभिन्न बैंकों में मिले 3 दर्जन लॉकर्स में नकदी और बेशकीमती जेवर होने की संभावना है। इधर, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने छापे की जद में आए बेटे आकाश के बचाव में कहा कि वह बिजनेस करता है, कोई गलत काम नहीं।
गणेश चतुर्थी के बावजूद आयकर विभाग के अफसर दस ठिकानों पर रात तक छानबीन में जुटे थे। छापे की चपेट में आए पाथ एवं बीआरजी ग्रुप सहित संबद्ध ठिकानों पर छानबीन के दौरान विभाग को बड़ी संख्या में दस्तावेज बरामद हुए हैं। जिन डायरियों और दस्तावेजों में करोड़ों रुपये का हिसाब-किताब दर्ज है उनके बारे में पूछताछ चल रही है। शुक्रवार रात तक पाथ ग्रुप से जु़़डे 10 ठिकानों पर जांच चलती रही जबकि अन्य ठिकानों पर कार्रवाई पूरी हो चुकी है। शनिवार तक छानबीन पूरी होने की संभावना है। विभाग द्वारा अब उजागर हुई संपत्ति की गणना कर कर चोरी के आंकड़े का पता लगाया जा रहा है।
बेशकीमती आभूषषण जब्त
जांच के दौरान मिली बेहिसाबी नकदी और बेशकीमती हीरे-जवाहरात के जेवरों का विभाग ने मूल्यांकन करा लिया है। समुचित हिसाब न दे पाने के कारण विभाग ने करीब 5 करोड़ रुपये मूल्य के जेवर व नकदी जब्त कर लिए हैं। इस संपत्ति के बारे में वह ठोस हिसाब नहीं दे पाए। आयकर अधिकारी अब अग्रवाल एवं गोयल परिवार के संचालकों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज कर रहे हैं। 3 दर्जन बैंक लॉकरों में भी नकदी और जेवर मिलने की संभावना जताई गई है।
कालेधन के निवेश की तलाश
आयकर अधिकारी बरामद दस्तावेजों में कालेधन के निवेश संबंधी सुराग ढूं़़ढने में लगे हैं। लेपटॉप, कम्प्यूटर एवं डायरियों को बारीकी से देखा जा रहा है, उनमें लिखे हर कोडवर्ड को विशेषज्ञों की सहायता से 'डिकोड' कराने की कार्रवाई चल रही है। दोनों समूहों से जुड़े अन्य लोगों के साथ हुए लेनदेन की सूची भी बनाई गई है।