अवैध खनन को लेकर विधानसभा में तीखी तकरार
अवैध खनन को लेकर विधानसभा में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह से तीखी तकरार हुई।
भोपाल, नईदुनिया न्यूज। अवैध खनन को लेकर गुरुवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग की नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, विधायक जीतू पटवारी, तण भनौत और उमंग सिंगार से तीखी तकरार हुई। राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री के जवाब देने के दौरान जबर्दस्त हंगामे और शोरगुल के बीच बैठे-बैठे जीतू पटवारी द्वारा की जा रही टोका-टाकी से नाराज होकर सीएम ने कहा कि मेरे भाई, इंदौर में कैसे-कैसे प्रॉपर्टी का काम करके कौन-कौन आगे ब़ढा है, यह मैं अच्छी तरह से जानता हूं। इस पर पटवारी ने पलटवार करना चाहा तो नरोत्तम मिश्रा भ़डक गए और कहा कि जिसको मिर्ची लग रही है, वह खुद जाने। इस पर पटवारी बोले, गलत काम करने वालों को छा़ेडा न जाए भले ही वह भतीजा क्यों न हो। इस दौरान बीच-बीच में बोल रहे सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के निशाने पर आ गए ।
राज्यपाल के अभिभाषण पर इस तरह चली तकरार
मुख्यमंत्री: कांग्रेस के समय रेत की रॉयल्टी तक नहीं आती थी। जो सिर से पैर तक अवैध माइनिंग में लिप्त थे, उन्हें हक नहीं कि वे अवैध खनन की बात करें।
तण भनोत: आप अडानी का कोयला बेच रहे हो।
मुख्यमंत्री: जबलपुर में रेत की किन-किन की खदानें हैं, शिवराज सिंह चौहान को सब पता है।
जीतू पटवारी: यह कहकर आप किसको डराना चाहते हैं।
नरोत्तम मिश्रा: जिन-जिन की अवैध माइनिंग चल रही है, सबको डराना चाहते हैं। अवैध खनन नहीं होने देंगे।
जीतू: आपके भाई कहां से कहां पहुंच गए, उनकी संपत्ति कितनी हो गई, इसका हिसाब दो।
[ इस पर विधायक उमंग सिंगार के आरोप-प्रत्यारोप पर मुख्यमंत्री बिफर गए ]
मुख्यमंत्री : धार जिले में डकैतों का समर्थन करने में जिन्हें लज्जा नहीं आती, वे मुझसे बात करेंगे।
उमंग सिंघार: आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कृृत्य हुआ है।
[ वाद-विवाद ब़ढता देख स्पीकर सीतासरण शर्मा को हस्तक्षेप करना प़डा। उन्होंने कहा कि
अब मुख्यमंत्री के सिवाय किसी की बात रिकॉर्ड में नहीं आएगी । इसके बाद भी विवाद थमा नहीं।]
अजय सिंह: मुख्यमंत्री शायद कुछ उत्तेजित हो गए हैं। जिन लोगों का विषषय नहीं है, उनके बारे में टिप्पणी करना सही नहीं है।
नरोत्तम मिश्रा: मुख्यमंत्री ने किसी का नाम नहीं लिया, जिनको मिर्ची लगी है। वे खुद सोचें।
अजय सिंह: मैं यह नहीं कह रहा हूं कि भोपाल में सबसे ज्यादा सट्टा कौन चला रहा है।
विश्वास सारंग: आप तिलमिला क्यों रहे हैं?
अजय सिंह: तिलमिला इसलिए रहा हूं, क्योंकि जबरदस्ती आपके सट्टे की बात आ गई।