व्यापमं का फोल्डर लेकर दिल्ली पहुंचे शिवराज, सीएम के बचाव में बीजेपी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को व्यापमं का फोल्डर लेकर दिल्ली पहुंचे, जहां देर रात पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और मुख्यमंत्री के बीच व्यापमं मसले पर बैठक हुई। कुछ देर बाद ही सभी राष्ट्रीय प्रवक्ताओं के साथ तीनों नेताओं ने चर्चा की।
भोपाल/नई दिल्ली [ब्यूरो]। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को व्यापमं का फोल्डर लेकर दिल्ली पहुंचे, जहां देर रात पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और मुख्यमंत्री के बीच व्यापमं मसले पर बैठक हुई। कुछ देर बाद ही सभी राष्ट्रीय प्रवक्ताओं के साथ तीनों नेताओं ने चर्चा की, जिसमें उन्हें व्यापमं मसले पर हमले से बचाव के टिप्स दिए गए। माना जा रहा है कि अब बीजेपी पूरी तरह से शिवराज के बचाव में खड़ी हो गई है। यही वजह है कि संसद में व्यापमं को लेकर होने वाले हमलों से बचाव की रणनीति बनाई गई।
इससे पहले रविवार दोपहर 2:55 बजे सीएम ने निजी कंपनी के विमान से भोपाल से उड़ान भरी, लेकिन खराब मौसम के चलते 20 मिनट बाद ही विमान को वापस भोपाल में ही उतारना पड़ा। इसके बाद पांच बजे की नियमित उड़ान में सवार होने के लिए सीएम स्टेट हैंगर पर ही रुके थे। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शाम को सीएम की मुलाकात निर्धारित थी। लगभग आठ बजे सीएम दिल्ली में मध्यप्रदेश भवन पहुंचे।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी शिवराज मिलना चाहते थे, लेकिन रात में मोदी संसद के मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में व्यस्त थे, जिसके चलते उनकी मुलाकात पीएम से नहीं हो सकी। सीएम को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुलाकात के लिए साढ़े नौ बजे का समय दिया। इधर मप्र भवन में पत्रकारों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि संसद के मानसून सत्र में व्यापमं मामले का जवाब किस तरह से दिया जाए, इस मुद्दे पर चर्चा के लिए वे आए हैं। हम वे सारे दस्तावेज भी दे रहे हैं जिन पर हमने कार्रवाई की है।
व्यापमं का फोल्डर तैयार
21 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में व्यापमं घोटाले का मुद्दा उठ सकता है। इसकी प्लानिंग के लिए दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई है। संसद में इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दल एकस्वर हो सकते हैं, इसलिए केन्द्र ने व्यापमं से जुड़े हर पहलू की मप्र से बिन्दुवार जानकारी मांगी थी, ताकि संसद में सरकार का बचाव करने के लिए तैयारी की जा सके। शनिवार को इस मामले में विचार-विमर्श के बाद अब तक के हर डेवलपमेंट का ब्योरा तैयार कराया गया है। मुख्यमंत्री चौहान अपने साथ इसे भी दिल्ली ले गए थे। फोल्डर में व्यापमं से संबंधित उन सभी बिन्दुओं एवं तर्कों का समावेश किया गया है, जिनसे सरकार अपना बचाव कर सके।
विधानसभा का मानसून सत्र आज से
भोपाल [ब्यूरो]। विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होगा। सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए व्यापमं घोटाला और इससे जुड़े लोगों की मौत, डीमेट, पीएससी की परीक्षाओं में गड़बड़ी, खनिज घोटाला, किसानों को मुआवजा दिए जाने में भाई-भतीजावाद जैसे कई मुद्दों पर तैयारी की है। सत्र में सरकार चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी। यह साढ़े छह हजार करोड़ रुपए का हो सकता है।