व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच नहीं : राजनाथ
व्यापमं घोटाला मामले में राज्यपाल राम नरेश यादव नए सिरे से घिर सकते हैं। झाबुआ पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच कराने से इनकार करते हुए कहा कि मप्र हाई कोर्ट की निगरानी में एसआईटी सभी आरोपों की जांच कर रही।
भोपाल/नई दिल्ली [ब्यूरो/एजेंसी]। व्यापमं घोटाला मामले में मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव नए सिरे से घिर सकते हैं। उन्हें घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में राज्यपाल पद से हटाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट सोमवार को राजी हो गया। वकीलों के एक समूह द्वारा दाखिल इस याचिका पर प्रधान न्यायाधीश एचएल दत्तू और न्यायमूर्ति अरण कुमार मिश्रा व अमिताव राय की पीठ 9 जुलाई को सुनवाई करेगी। उसी दिन व्यापमं से जुड़ी अन्य याचिकाओं पर भी सुनवाई होनी है। व्यापमं मामले में कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह समेत अन्य लोग भी पहले ही याचिका दायर कर चुके हैं। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास भी व्यापमं मसले पर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। विश्वास ने जनहित याचिका दाखिल कर कोर्ट से मामले में संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।
महिला प्रशिक्षु एसआई की सागर में मौत, विवाद बढ़ा
व्यापमं द्वारा चयनित एक प्रशिक्षु पुलिस सब-इंस्पेक्टर अनामिका सिकरवार [25] सोमवार को सागर में पुलिस प्रशिक्षण अकादमी के निकट एक झील में मृत पाई गई। पुलिस ने इसे संदिग्ध आत्महत्या का मामला बताते हुए स्पष्ट किया है कि वह व्यापमं घोटाला की संदेही लाभार्थी नहीं थी। मौत का असली कारण जांच के बाद ही पता चलेगा।
मौत व्यापमं से जु़$डी : कांग्रेस
कांग्रेस और तल्ख हो गई है। पार्टी ने निष्पक्ष जांच के साथ ही अब मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने प्रशिक्षु एसआई की मौत को भी व्यापमं घोटाला से जुड़े होने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि व्यापमं द्वारा चयनित प्रशिक्षु पुलिसकर्मी ने सागर पुलिस अकादमी में आत्महत्या की है। 46वीं या 47वीं [मौत]? उल्लेखनीय है कि शनिवार को टीवी पत्रकार अक्षय सिंह की झाबुआ में और रविवार को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरुण शर्मा की दिल्ली में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। हालांकि दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा है कि डॉ. शर्मा की मौत मामले में प्रारंभिक सबूतों के आधार पर कुछ भी गलत नहीं पाया गया है। उनका पोस्टमार्टम कर शव परिवार को दिया गया।
सीबीआई जांच नहीं : राजनाथ
इस बीच, झाबुआ पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच कराने से इनकार करते हुए कहा कि मप्र हाई कोर्ट की निगरानी में एसआईटी सभी आरोपों की जांच कर रही है। विपक्ष की सीबीआई जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट को निर्देश नहीं दे सकते। विपक्ष गैर मुद्दे को मुद्दा बना रहा है। उसे इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए।
विजयवर्गीय की टिप्पणी पर अमित शाह नाखुश!
पत्रकार अक्षय सिंह की मौत पर असंवेदनशील टिप्पणी कर विवादों में आए भाजपा के नवनियुक्त महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि शाह विजयवर्गीय की टिप्पणी से नाखुश हैं। हालांकि दोनों के बीच बातचीत का ब्योरा नहीं मिला है।
क्या थी टिप्पणी : दो दिन पहले विजयवर्गीय ने कहा था कि पत्रकार-वत्रकार छोड़ो, आज हम से बड़ा पत्रकार है क्या?
गलत नहीं बोला
मैं बहुत साहसी व्यक्ति हूं
कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री मप्र ने कहा कि यदि गलत बोलता तो बोल देता कि मैं कान पकड़ कर माफी मांगता हूं, लेकिन मैंने गलत नहीं बोला। ऐसा व्यवहार मत करिए कि मैं कोई अपराधी हूं। मुझमें इतना साहस है कि यदि मैं गलत बोलता तो माफी मांग लेता।
सभी मौतों को व्यापमं से न जोडें़
शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मप्र ने कहा कि यह घटना दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इसका व्यापमं घोटाला या उसकी जांच से कोई संबंध नहीं है। ऐसी सभी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को व्यापमं से जोडऩा न्याय संगत नहीं है।
दो व्हिसलब्लोअरों ने बताया जान को खतरा
एक अन्य घटनाक्रम में दो व्हिसलब्लोअरों ने भी अपनी जान को खतरा बताया है। आशीष चतुर्वेदी ने अपनी जान को गंभीर खतरा बताते हुए मुख्यमंत्री पर घोटाले में सीधे शामिल होने का आरोप लगाया है। जबकि आनंद राय ने भी जान पर गंभीर खतरे की आशंका व्यक्त करते सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच कराने की मांग की है।
पूरा विपक्ष एक
जिम्मेदारी से बच नहीं सकते सीएम
रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री मामले से जुड़े 45 लोगों की मौत की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। शिवराज सिंह चौहान को बर्खास्त कर व्यापमं घोटाले की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।
तृकां संसद में उठाएगी मुद्दा : ममता
कोलकाता [ब्यूरो]। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस संसद के मानसून सत्र में व्यापमं घोटाले का मुद्दा उठाएगी। पार्टी इस घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग करेगी। राष्ट्रीय स्तर पर व्यापमं का मामला तूल पकडऩे पर सोमवार को प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ममता ने कहा कि यह सिर्फ कानून व्यवस्था से ही जुड़ा मुद्दा नहीं, बल्कि गंभीर मामला है।
सीबीआई जांच के लिए सीएम बोलें : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने कहा है कि मुख्यमंत्री के करीबी और उनके परिवार के खिलाफ गंभीर आरोप हैं। इसलिए यदि वह खुद को पाक-साफ मानते हैं तो उन्हें सीबीआई जांच के लिए कहना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लपेटते हुए कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है, प्रधानमंत्री को उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जबकि वरिष्ठ कांग्रेसी पी. चिदंबरम ने कहा कि अगली अप्राकृतिक मौत से पहले मप्र सरकार को सीबीआई जांच की सिफारिश करनी चाहिए।