मनमोहन थे सशक्त प्रधानमंत्री, मोदी हैं बड़बोले: वासनिक
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक ने जहां डॉक्टर मनमोहन सिंह को सशक्त प्रधानमंत्री बता रही है, वहीं नरेंद्र मोदी को बड़बोला ठहराया है।
भोपाल [ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के 26 मई को एक साल पूरा होने से एक हफ्ते पहले कांग्रेस ने उसकी असफलताओं को गिनाना शुरू कर दिया है। पार्टी जहां डॉक्टर मनमोहन सिंह को सशक्त प्रधानमंत्री बता रही है, वहीं नरेंद्र मोदी को बड़बोला ठहराया है। उन्होंने विदेश यात्रा के दौरान भारतीय होने पर जो शर्म और अब फक्र की बात कही है, इससे उनका नजरिया समझ में आता है। यूपीए व एनडीए सरकार की तुलना करते हुए ये आरोप पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक ने लगाए।
बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान वासनिक ने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ कांग्रेस सरकार की योजनाओं को दोहरा रही है। सामाजिक क्षेत्र के बजट में बीते एक साल में पौने दो लाख करोड़ की कटौती की गई है। नाम बदलकर योजनाओं को लागू कर श्रेय लेने की होड़ मची है। प्रधानमंत्री विदेशों में खुद की प्रशंसा कर आम भारतीय का अपमान करते हैं।
वासनिक ने कहा कि सूट-बूट वाली मौजूदा सरकार चुनिंदा लोगों को खुश करने का कार्यक्रम चला रही है। सामाजिक क्षेत्र का बजट एक लाख 75 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा काट दिया गया है। खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम में कटौती कर जता दिया है कि वो किसके साथ हैं। खुदरा व्यापार में 51 फीसदी विदेशी निवेश का विरोध करने वाली भाजपा को सब कुछ ठीक लगने लगा है। पिछड़े क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा में लगाने वाली पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना में 5,900 करोड़ की कमी कर दी है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में साढ़े सात हजार, पशुपालन व डेयरी विकास में 685, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 8 हजार 152, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में 1 हजार 632 करोड़ की कमी की गई। बीते एक साल में कृषि विकास दर 4.7 प्रतिशत से घटकर 1.1 रह गई है।
वासनिक ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के विकास के लिए उपयोजना में 20 हजार करोड़ से ज्यादा कम कर दिए गए हैं। मनरेगा के तहत राज्यों को 6 हजार करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया गया। पंचायती राज संस्थाओं के बजट में 3 हजार 306 करोड़ की कटौती कर दी। समेकित बाल विकास योजना में 9 हजार 858 करोड़ रुपए की कटौती की गई है। शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसका बजट न घटाया गया हो। खाद्य सुरक्षा कानून लागू करने के लिए हितग्राहियों की पहचान का काम 6 प्रदेशों में ही पूरा हुआ है।
भ्रष्टाचार देखना हो तो मध्यप्रदेश आ जाएं शाह
वासनिक ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान को जुमला करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा सकता है।
वासनिक ने कहा कि वे मध्यप्रदेश आकर किसी भी कस्बे, गांव या शहर चले जाएं तो उन्हें इसका जवाब खुद-ब-खुद मिल जाएगा।
सड़क से संसद तक करेंगे विरोध: उन्होंने कहा कि कांग्रेस केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक विरोध करेगी। साथ ही जनता के बीच जाकर मोदी सरकार की असफलताओं को गिनाएगी।
राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के सवाल पर कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है। सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष हैं और राहुल गांधी उपाध्यक्ष। राहुल गांधी कहीं भी दौरा करते हैं तो स्थानीय संगठन उसकी तैयारी करता है इसमें कुछ भी गलत नहीं है।