पूरे देश में गोहत्या पर प्रतिबंध का विधेयक लाएंगे
भोपाल, इंदौर [ब्यूरो]। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार प्रयास करेगी कि गोवंश
भोपाल, इंदौर [ब्यूरो]। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार प्रयास करेगी कि गोवंश पर देशभर में पूरी तरह रोक लगाने के लिए विधेयक लाएं। इसके लिए आम सहमति के प्रयास किए जाएंगे। वे यहां श्वेतांबर स्थानकवासी जैन श्रमण संघ के चतुर्विध सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि एक चींटी की भी जान बचाने के लिए जैन समुदाय सड़क पर झा़़डू लगाता है, तो हम गोहत्या कैसे सहन कर सकते हैं। मप्र, महाराष्ट्र और गुजरात में गोवध पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है, शेष भारत में भी प्रतिबंध लगाने की जरूरत है।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए विहिप नेता अशोक सिंघल ने उम्मीद जताई कि राजनाथ सिंह अब गोवंश वध पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए विधेयक लाएंगे और उसे पास भी कराएंगे। सिंघल ने कहा कि कृष्ण के देश में गोमांस का उत्पादन खूब हो रहा है। शर्म वाली बात तो यह है कि विश्व में गोमांस का सबसे अधिक निर्यात भारत से होता है।
इस अवसर पर आचार्य डॉ. शिवमुनि ने कहा कि भगवान कृष्ण, महावीर और महात्मा गांधी के इस देश में गोहत्या हो रही है। गोमांस का निर्यात किया जा रहा है और मांस उत्पादन एवं निर्यात पर सब्सिडी दी जा रही है। इस पर तत्काल रोक लगाना चाहिए। गोवंश वध बंद होना चाहिए। कटती गाय हमें कभी माफ नहीं करेगी।
उन्होंने याद दिलाया कि अटलजी कहते थे कि भाजपा की सरकार आने पर गोवंश वध पर रोक लगाएंगे। अब केंद्र सरकार इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रही है। पहले की केंद्र सरकार ने गोमाता के मांस से धन कमाने का काम किया था। यह काम इस सरकार में भी जारी क्यों है?
कार्यक्रम में इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्रीपद यशोनाइक भी मौजूद थे। सम्मेलन में 20 राज्यों से आए 60 हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थीं। इसमें गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने का मुद्दा छाया रहा। मौजूद अतिथियों ने गोवंश वध और मांस निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की मांग की तो संतों ने आदेश देकर गोवंश की रक्षा करने को कहा। देशभर के 51 हजार अहिंसा दूतों ने देश सेवा, अहिंसा, गो सेवा के साथ भ्रष्टाचार न करने और न करने देने का संकल्प लिया।