राज्यपाल हमारे, इसलिए शुरुआत उनसे की: कटारे
भोपाल [ब्यूरो]। व्यापमं घोटाले की शुरुआत राज्यपाल रामनरेश यादव से हमने इसलिए की है क्यों कि वे हमारे
भोपाल [ब्यूरो]। व्यापमं घोटाले की शुरुआत राज्यपाल रामनरेश यादव से हमने इसलिए की है क्यों कि वे हमारे परिवार के सदस्य हैं। उनके परिजन का नाम इस घोटाले में आने पर हमने उन्हें इस्तीफे पर विचार करने को कहा है।
यह बात नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने विधानसभा परिसर में कही। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में हम राज्यपाल को छोड़ते तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हम पर ऊंगली उठाने का मौका मिल जाता।
नेताप्रतिपक्ष कटारे ने कहा कि मुख्यमंत्री हमसे पूछ सकते थे कि जब व्यापमं घोटाले में राज्यपाल के परिजन का नाम आया है तो कांग्रेस ने उन पर हमला क्यों नहीं बोला। इसे ध्यान में रखते हुए हमने शुरूआत उनसे की है। हमने उन्हें इस्तीफे पर विचार करने को कहा है। इसके बाद हम इस मामले में मुख्यमंत्री पर हमला बोलेंगे। एक सवाल के जवाब में कटारे ने कहा कि मेरा स्वभाव पीछे मुड़ने का नहीं है। यदि मुझे पीछे जाना भी होता है तो मैं अपनी गाड़ी को आगे से घुमाकर लाता हूं। कभी रिवर्स गियर नहीं लगाता।
सरकार ने परंपराएं तोड़ीं
नेता प्रतिपक्ष कटारे ने कहा कि विधानसभा सत्र से पहले कार्यमंत्रणा परिषद की बैठक में पूरा कार्यवाही विवरण तय किया जाता है उसी के हिसाब से सदन चलता है। लेकिन भाजपा सरकार परंपराओं को तोड़कर मनमाने तरीके से सदन को चला रही है। इस बार कार्यमंत्रणा परिषद की बैठक तक नहीं बुलाने के कारण सदन में मनमाने तरीके से संचालन किया जा रहा है। यह बात उन्होंने कहा कि सदन में स्थगन 3 से 5 बजे के बीच लिया जाता है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष परंपराओं को तोड़कर सदन चला रहे हैं।
अध्यक्ष का विशेषाधिकार
संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सदन से पहले कार्यमंत्रणा परिषद की बैठक अनिवार्य रूप से बुलाने का कोई नियम नहीं है न ही सदन की परंपरा है। यह अध्यक्ष का विशेषाधिकार है। उन्हें जब भी सदन में कार्य आवंटन करने के लिए समय निर्धारित करना होता है वे उसके लिए कार्यमंत्रणा परिषद की बैठक बुलाते हैं। इसलिए यह कहना सरकार मनमाने तरीके से सदन चला रही है पूरी तरह असत्य है।