मेरे पिता ने दिया था बुलेट ट्रेन का कॉन्सेप्ट: सिंधिया
भोपाल [ब्यूरो]। केंद्र सरकार द्वारा बुलेट ट्रेन चलाने की घोषणा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा मे
भोपाल [ब्यूरो]। केंद्र सरकार द्वारा बुलेट ट्रेन चलाने की घोषणा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस दल के सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बुलेट ट्रेन का कान्सेप्ट मेरे पिता दिवंगत माधवराव सिंधिया का था। उन्होंने 1984 में इसकी शुरुआत शताब्दी ट्रेन से की थी। एविएशन के क्षेत्र में भी जो नया दौर आया है, उसका सूत्रपात मेरे पिता ने किया था। शिवपुरी में मेडिकल कॉलेज यूपीए सरकार के वक्त स्वीकृत हुआ था। इसे अन्यत्र ले जाने की कवायद वादाखिलाफी है। सरकार बदलने से नीयत नहीं बदलनी चाहिए। आरएसएस के हिंदू राज्य बनाने की मुहिम का विरोध करते हुए सिंधिया ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता कायम रहनी चाहिए।
सिंधिया रविवार को भोपाल में पिता माधवराव सिंधिया और सुभाष यादव के नाम दो सड़कों के नामकरण कार्यक्रम में शामिल हुए। एयरपोर्ट के पास आशाराम तिराहे से करोंद चौराहे तक सड़क का नाम माधवराव सिंधिया और रोशनपुरा चौराहे से फिलमोर पेट्रोल पंप वाली सड़क सुभाष यादव के नाम पर की गई।
कार्यक्रम के बाद सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में किसान खाद, बीज और बिजली से त्रस्त हैं। हर जगह धरना-प्रदर्शन हो रहा है।
उन्होंने सरकार से पूछा कि अब क्यों केंद्र सरकार पर उंगली नहीं उठाई जा रही है। बोनस घटा दिया और महाराष्ट्र में तो कपास के दाम आधे भी नहीं रह गए हैं। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरण यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, नगर निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा सहित कांग्रेस के तीनों पूर्व महापौर मौजूद रहे। पचौरी ने दिवंगत नेताओं को याद करते हुए कहा कि इन्होंने कांग्रेस के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने किसानों के हितों में बहुत काम किए।
कांग्रेस नहीं हुई कमजोर
सिंधिया ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस कमजोर नहीं हुई है। नगरीय निकाय चुनाव में गुना संसदीय क्षेत्र में आने वाले दस निकायों में से सात पर कांग्रेस, दो पर बसपा और एक पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है। ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा है। ब़़डे नेताओं की प्रदेश से दूरी के सवाल पर कहा कि मैं महीने में पांच दिन अपने क्षेत्र का दौरा करता हूं। ब़़डे नेताओं को प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा दौरे करने चाहिए। जनता के बीच जाकर अपनी बात कहनी होगी और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरना होगा।