भोपाल गैस त्रास्दी की तीसवीं बरसी पर आज खुलेगा म्युजियम
भोपाल [ब्यूरो]। एक एसा संग्रहालय जिसमें चश्मदीद सुनाएंगे अपनी जुबानी उस काली रात की कहानी, जिसने पूर
भोपाल [ब्यूरो]। एक एसा संग्रहालय जिसमें चश्मदीद सुनाएंगे अपनी जुबानी उस काली रात की कहानी, जिसने पूरे विश्व पटल पर भोपाल को सुर्खियों में ला दिया था। त्रास्दी के शिकार लगभग 25 हजार लोगों की यादों को सजोने उनके परिजनों ने जो कुछ भी दिया यहां संजोया गया है इस हौसले के साथ की, ना भूलेंगे और न भूलने देंगे । बैसाखियां, गुड़िया, बरतन, झाडू़ और मशाल आदी।
इसका खास आकर्षण है यहां लगे फोन और उनके साथ लगी तस्वीरें जो रिसीवर उठाते ही आप बीती सुनाने लगती हैं। इस घटना को दर्शाने संग्रहालय में चार रूम बनाये गये हैं जो हादसा , स्वास्थय, मुआवजा, और संघर्ष की दास्तान दर्शाते हैं। इसमें वे सभी लोग शामिल हैं जो अभी तक इनके न्याय लड़ाई लड़ रहे हैं।
भोपाल के करोंद स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रिमेमबर भोपाल म्यूजियम के नाम से बने इस संग्रहालय को मंगलवार दोपहर जनता के लिये खोला जायेगा। इसकी क्युरेटर हैं रमा और डिजाइन किया है विवेक सेठ ने इसमें किसी तरह का सरकारी सहयोग नही लिया गया है।