प्रदेश के नए डीजीपी बने सुरेंद्र सिंह
भोपाल [ब्यूरो]। प्रदेश के नए डीजीपी पद पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह की ताजपोशी तय हो गई है
भोपाल [ब्यूरो]। प्रदेश के नए डीजीपी पद पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र सिंह की ताजपोशी तय हो गई है। सोमवार को गृह विभाग ने 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी सिंह को नया डीजीपी बनाने के आदेश जारी किए, वहीं एक मार्च 2012 से डीजीपी का पद संभाल रहे 1976 बैच के प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नंदन दुबे मंगलवार को सेवानिवृत हो जाएंगे। शासन ने 18 सितंबर को आदेश जारी कर सुरेंद्र सिंह को पुलिस मुख्यालय में ओएसडी पदस्थ किया था। सिंह का कार्यकाल दो साल बाकी है।
लगभग ढाई साल से डीजीपी का पद संभाल रहे दुबे की उपलब्धियों में मुख्य रूप से आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पर रोक लगाना है। साथ ही प्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने का माहौल बना, हालांकि इस पर फैसला नहीं हो सका है।
दुबे ने बताया कि आईपीएस बनने के बाद उन्हें पहली पदस्थापना प्रोबेशनर अधिकारी के रूप में जहांगीराबाद थाने में मिली थी। इसे संयोग ही कहेंगे कि प्रदेश भर में सेवाएं देने के बाद रिटायरमेंट के वक्त वे दोबारा जहांगीराबाद स्थित पुलिस मुख्यालय से विदाई लेंगे।
पुनर्वास के तीन विकल्प
दुबे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहली पसंद रहे हैं। अब बतौर उप लोकायुक्त उनका पुनर्वास तय है। इसके लिए लोकायुक्त संगठन में उप लोकायुक्त पद को मंजूरी भी मिल गई है। फिलहाल तकनीकी पहलुओं पर चर्चा तक घोषणा अटकी है।
दूसरा विकल्प राज्य विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष का पद भी है। मौजूदा अध्यक्ष राकेश साहनी 25 जनवरी 2015 को कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। तीसरा विकल्प अटल बिहारी लोक प्रशासन संस्थान का डीजी पद है।