आप जैसा है रंगीला
‘मुन्ना माइकल’ की शूटिंग पूरी कर चुके पंकज त्रिपाठी ‘अनारकली ऑफ आरा’ में निभा रहे हैं रंगीला का किरदार...
बिहार से ताल्लुक रखने वाले पंकज त्रिपाठी के खाते में दर्ज हैं तमाम छोटी-बड़ी फेस्टिवल सर्किट फिल्में।
आत्मसम्मान की जंग
पंकज त्रिपाठी बताते हैं, ‘हिंदी सिनेमा हार्टलैंड की ओर जा रहा है। ‘अनारकली ऑफ आरा’ उसी तेवर की फिल्म है। अनारकली मेलों और छोटे-मोटे आयोजनों में द्विअर्थी गाने गाकर अपना गुजर-बसर करती है। उसे काम दिलवाने का काम रंगीला करता है। वह खुद भी बड़ा अच्छा गाता-बजाता है। बहरहाल, अब वह खुद गाने-बजाने की जगह दूसरी प्रतिभाओं को मंच प्रदान करता है। अनारकली उसकी ऑर्केस्ट्रा कंपनी की स्टार सिंगर है। दोनों एक-दूसरे को सफलता की सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करते हैं। बाद में दोनों का सफर सर्वाइवल और आत्मसम्मान की गाथा में परिणत हो जाता है।’
क्लासलेस तबके की कथा
पंकज बताते हैं, ‘रंगीला के किरदार के जरिए हम लोगों की आधुनिक जरूरतों पर जोर दे रहे हैं। उन जरूरतों को पूरा करने की खातिर लोगों को व्यावहारिक बनना पड़ता है। ये रोज कमाने, तब खा पाने वाले लोग हैं। रंगीला उस भीड़ को रिप्रजेंट करता है। वह इस सोच का है कि जिंदगी में जो हादसा हुआ है, उसे भूलो और आगे बढ़ो। अनारकली वैसी नहीं है। वह अपनी जिंदगी में भूचाल लाने वालों को आसानी से जाने नहीं देना चाहती। क्लासलेस तबके का संघर्ष फिल्म का सार है।’
इंडस्ट्री बना रही है कुनबा
इंडस्ट्री के बनते-संभलते समीकरणों पर पंकज अपनी राय रखते हैं, ‘पिछली सदी के नौवें दशक में अनुराग कश्यप का उभार हो रहा था। उनके साथ संघर्ष कर रहे लोगों की मजबूत टीम बनी। इस फिल्म के निर्देशक अविनाश दास हैं। हमारी पुरानी जानपहचान है। बाकी टीम मेंबर भी एक-दूसरे को भली-भांति जानते हैं। तो सबने जानपहचान की खातिर भी यह फिल्म की। एक कुनबा तैयार हुआ। ठीक अनुराग कश्यप कैंप की तरह। हाल के दिनों में रजत कपूर व सुभाष कपूर की टीम भी तैयार हुई है। सब अपने पुराने साथियों को साथ लेकर चलने वाले लोग हैं।’
बन गई अपनी तिकड़ी
फिल्म में अपने किरदार को लेकर पंकज बताते हैं, ‘दरअसल अविनाश मेरे पास दूसरा किरदार लेकर आए थे। महज पांच दिन का शूट था। संजय मिश्रा पहली बार विलेन बने नजर आएंगे। रंगीला का कैरेक्टर किसी और के लिए था, पर संजय मिश्रा अड़ गए। उन्होंने अविनाश दास से कहा कि रंगीला का कैरेक्टर पंकज निभाए तो ही वे फिल्म करेंगे इस तरह मैं रंगीला के लिए बोर्ड पर आया। स्वरा भास्कर के साथ मैं इससे पहले ‘निल बटे सन्नाटा’ कर चुका था। यहां हमारी केमिस्ट्री और गहरी हुई।’
-अमित कर्ण
यह भी पढ़ें : बार-बार नहीं मिलता ऐसा मौका- राजकुमार राव