मिलिए इंडिया की इन टॉप सक्सेसफुल बिजनेस वूमन से
मिलिए इन सफल महिला उद्यमियों से, जिन्होंने अपने दमखम पर काॅर्पोरेट जगत में नाम कमाया ही नहीं, बल्कि अपनी कंपनी को शिखर पर भी ला खड़ा किया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम आपको मिलवाने जा रहे हैं भारत की कुछ चुनिंदा पावरफुल बिजनेस वूमन से, जिन्होंने अपनी सूझबूझ और लगन से उस बिजनेस को शिखर पर ला खड़ा किया। इसीलिए तो इन महिलाओं का नाम आज एक सफल उद्यमियों की श्रेणी में लिया जाता है।
चित्रा रामकृष्णा, एमडी और सीइओ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
उन्होंने हमेशा इस बात पर यकीन किया कि जब महिलाओं को स्ट्रॉन्ग सोशल वैल्यु मिलता है तो वे हर क्षेत्र में खास हैं। केंद्र और राज्य सरकार दोनों सेक्टर के हमारे अपने नीति-निर्माता भी महिलाओं, बच्चों और रोजगार को ध्यान में रखते हुए ही काम कर रहे हैं। एनएसई, जहां स्वयं एक तिहाइ कर्मचारी महिलाएं ही हैं। यहां तक कि वे भर्तियों के समय भी सिर्फ काबिलियत पर ध्यान देती हैं जबकि कई दूसरी कॉर्पोरेट कंपनियां जेंडर को ध्यान में रखते हुए भर्तियां करती हैं।
आरती सुब्रमण्यम, एक्जीक्युटिव डायरेक्टर, टीसीएस
आरती सुब्रमण्यम हमेशा से काॅर्पोरेट सेक्टर में बेस्ट करने के लिए जानी जाती हैं। एक्जीक्युटिव डायरेक्टर बनने के बाद सबसे चैलेंजिंग काम उनके लिए था पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट। ये टीसीएस की तरफ से इंडिया में पहला सिटिजन सेंट्रिक प्रोग्राम था। कुलीग्स उन्हें मिस फिक्सिट कहते हैं, एक्जीक्युटिव डायरेक्टर बनने के कुछ समय बाद ही उन्हें कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बना दिया गया।
अनीता डोंगरे, हाउस ऑफ अनीता डोंगरे
अनीता डोंगरे आज एक सफल कॉस्ट्यूम डिजायनर ही नहीं हैं बल्कि वे ट्रेडिशनल कारीगरों को भी अपने हुनर दिखाने का मौका देती रहती हैं। 25 साल पहले अनीता ने दो सिलाई मशीनों की मदद से अपनी डिजाइनिंग की दुकान खोली और आज वे इंडिया की टॉप फैशन डिजायनर में से एक हैं। उनकी खासियत ये है कि वे अपनी कॉस्ट्युम इस हिसाब से भी डिजाइन करती हैं ताकि मिडिल क्लास के लोगों तक भी उनकी पहुंच हो सके।
अरुंधति भट्टाचार्य, चेयरमैन, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
अरुंधति भट्टाचार्य ने प्राइवेट बैंक से बराबरी करने के लिए काफी सारे डिजिटल बैंकिंग इनिशियेटिव प्रोग्राम लांच किये। तीन साल पहले जब वे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पहली महिला चेरपर्सन बनीं, उसी समय उन्होंने कई स्ट्रैटजिक प्लान बना लिए। उन्होंने परिसंपत्ति गुणवत्ता में गिरावट, आपदा प्रबंधन के ढांचे में सुधार, लागत की जांच, मानकों और गैर-ब्याज आय में सुधार, साथ ही लाभ प्रौद्योगिकी जैसे प्लान बनाएं।
एकता कपूर, ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, बालाजी टेलीफिल्म्स
टेलीविजन सोप ओपेरा की क्वीन कही जाने वालीं एकता कपूर कहती हैं कि काम में इतनी व्यस्तता रहती है कि दिन के 24 घंटे भी उनके लिए कम पड़ जाते हैं। इंडियन टेलीविजन के सबसे ज्यादा हिट शो भी उन्हीं के नाम हैं। अब तो उन्होंने मिडनाइट ऑइल नाम से डिजिटल वेंचर भी शुरु कर दिया है, जिसमें वे मोबाल, कंप्युटर, स्मार्ट टीवी और लैपटॉप के लिए डिजिटल कंटेंट मुहैया कराती हैं।
प्रिया नायर, एक्जीक्युटिव डायरेक्टर, हिंदुस्तान यूनीलीवर
प्रिया नायर ने हिंदुस्तान युनीलीवर के साथ 1995 में एक मैनेजमेंट ट्रेनी की तरह शुरुआत की थी। इसके बाद वे होमकेयर डिविजन में एक्जीक्युटिव डायरेक्टर बन गईं। इस सेक्टर में उन्होंने पूरे डिटर्जेंट पोर्टफोलियो को लीड किया, उन्होनें न सिर्फ इस कैटेगरी की मार्केट शेयर को बढ़ाया बल्कि इसके अलावा नए सेग्मेंट जैसे फेब्रिक कंडीशनर और लिक्विड भी लांच किये। उन्होंने एक अच्छे लर्नर की तरह खुद को साबित किया और कंपनी को हमेशा अच्छा दिया।