देख परख कर करें अपने बच्चे के लिए ट्यूटर का चयन
बच्चों के लिए ट्यूटर हायर करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी हो जाता है।
पेरेंट्स के लिए अपने बच्चों के ट्यूटर का चुनाव करना भी आपने आप में एक अहम टास्क है। स्कूल में किसी एक बच्चे के ऊपर शिक्षक के द्वारा खास ध्यान नहीं दिया जा सकता है क्योंकि क्लास में सैकड़ों बच्चे होते हैं और ऐसे में किसी एक बच्चे पर खास ध्यान देना टीचर के लिए असंभव हो जाता है। ऐसे में माता पिता को जरुरत होती है एक ऐसे शिक्षक और गाइड की जो अलग से उनके बच्चे की क्लास ले और उन्हें स्कूल के तरीके से अलग हटकर कुछ सिखायें और उन्हें भीड़ से आगे रखे। ये शिक्षक बच्चे को व्यक्तिगत रुप से पढ़ाई के लिए उनके जरुरत के मुताबिक दिशा निर्देश देते हैं। ये निजी रुप से उनसे जुड़ जाते हैं जो बच्चे के सही मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए फायदेमंद होता है। ये साधारणत समय-समय पर बच्चों का टेस्ट लेते हैं और उन्हें पढ़ाई से संबंधित एडवांस मटेरियल उपलब्ध करवाते हैं ताकि वे पढ़ने के लिए प्रेरित हों।
अगर आप अपने बच्चे के लिए एक अलग से प्राइवेट ट्यूटर हायर करना चाह रहे हैं तो आपको इसके लिए थोड़ी मेहनत करनी होगी। यद्यपि आप बच्चे के स्कूल से भी किसी टीचर को निजी रुप से हायर कर सकते हैं लेकिन आपको अपने बच्चे के लिए हायर करने से पहले एक एम्पलाइ की तरह उस शिक्षक की जांच परख कर लेनी चाहिए। आपको उनका एक इंटरव्यू लेना चाहिए। आप अपने बच्चे के ट्यूटर से नीचे दिये जा रहे कुछ इस तरह के सवाल कर के सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके बच्चे के लिए ये कितने सही साबित हो सकते है।
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- क्यो वे एक सर्टिफाइड टीचर है। ये बहुत जरुरी हो जाता है कि जिस सब्जेक्ट के लिए आप अपने बच्चे के लिए ट्यूटर हायर कर रहे हैं तो उनका उस विषय में सर्टिफाइड होना जरुरी है।
- उनका टीचिंग एक्सपीरीयंस क्या है। क्या उन्होंने उस सब्जेक्ट के पहले भी क्लासेस लिये हैं और उसके बच्चों पर कैसे रिजल्ट रहे हैं।
- किस स्थान पर क्लासेस करवाने का निर्णय है ट्युटर के घर पर या अपने घर पर।
- पढ़ाने के लिए किस तरह के तरीके अपनाते हैं। क्या वो बच्चे के विद्यालय से कुछ अलग और युनिक तरीका अपना रहे हैं या फिर बच्चे को स्कूल में जैसे बताया जा रहा है वैसा ही तरीका यहां भी मिल रहा है। क्या वे बच्चे के होमवर्क में मदद करेंगे।
- क्या आपका बच्चा अपनी टीचर को अच्छे से रिस्पांस करेगा। टीचर और बच्चे के बीच जितनी घनिष्ठता होगी पढ़ाई उतनी ही स्मूद तरीके से चलेगी। इसके लिए आप क्लासेस शुरु करवाने से पहले इंटरव्यु के दौरान बच्चे की टीचर से जान पहचान करवा सकते है।
- ट्यूटरिंग के क्या चार्ज किया जा रहा है। वन टू वन ट्यूटरिंग के चार्जेज महंगे हो सकते हैं। ये भी पता कर के सुनिश्चित कर लें कि किसी एक्स्ट्रा मैटेरियल के कुछ अलग से चार्ज तो नहीं किये जा रहे हैं। अगर पैसा आपके लिए मैटर करता है तो आप बच्चे के ट्यूटर से इस बात के लिए मना सकते हैं।
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