जरूरी है प्यार जताना भी
माता-पिता जितनी जिम्मेदारी से बच्चों की परवरिश करते हैं। यह बच्चों के विकास के लिए उतना ही अधिक फायदेमंद होती है। -कभी-कभी बच्चों को घर से बाहर पार्क या किसी अन्य मनोरंजक स्थान पर ले जाएं। साथ बिताए गए लम्हें दिमाग पर बढि़या असर डालते हैं। -समय-समय पर बच्चों के
माता-पिता जितनी जिम्मेदारी से बच्चों की परवरिश करते हैं। यह बच्चों के विकास के लिए उतना ही अधिक फायदेमंद होती है।
-कभी-कभी बच्चों को घर से बाहर पार्क या किसी अन्य मनोरंजक स्थान पर ले जाएं। साथ बिताए गए लम्हें दिमाग पर बढि़या असर डालते हैं।
-समय-समय पर बच्चों के साथ बैठकर इत्मीनान से यह पता करें कि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं है।
-आफिस से लौटने के कुछ देर बाद या फुर्सत के लम्हों में बच्चों से बात अवश्य करें।
-सोने से पहले कुछ समय उनके साथ अवश्य बिताएं।
-बच्चों की स्कूली गतिविधियों के बारे में समय-समय पर अवश्य पता करें। साथ ही स्कूल में पैरेंट्स -टीचर मीटिंग में भाग लें।
-यदि आपके पास समय है तो बच्चों के होमवर्क में उनकी मदद करें।
-यदि आप दोनों कामकाजी हैं तो अपने कार्यस्थल से फोन करके बच्चों का हालचाल ले सकती हैं।
-बच्चों को यह अहसास दिलाना बहुत जरूरी है कि आप कितना प्यार करते हैं। इसके लिए दिन की शुरुआत प्रेमपूर्ण वार्तालाप के साथ करें।
(सोनिया साहनी)