फारसी पूरी
कितने लोगों के लिए : 6
सामग्री :
मैदा - 500 ग्राम (2 1/2 कप), नमक - एक छोटी चम्मच, जीरा - एक छोटी चम्मच, अजवायन - एक छोटी चम्मच, काली मिर्च - 20 दरदरी कुटी हुई, मोयन (आटा लगाते समय डालने के लिये घी या तेल)- 125 ग्राम (आधा कप से थोड़ा अधिक), तेल (रिफाइन्ड)- फरसी पूरी तलने के लिये।
विधि :
मैदे में नमक मिलाकर इसे किसी बर्तन में छान लें। हाथ से मैदे के बीच में जगह बनाकर इसमें अजवायन, जीरा, काली मिर्च और मोयन भी डाल लें। अगर आप मोयन के लिए तेल डाल रहे हैं तो ऐसे ही डाल लें लेकिन अगर घी डाल रहे हैं तो इसे पिघला कर डालें। घी को ज्यादा करने की जरूरत नहीं है।
अब धीरे-धीरे इसमें गुनगुना पानी डालते हुए आटे को सख्त गूंथ लें। इसके लिए एक छोटा गिलास या 150 ग्राम पानी काफी रहेगा। गूंथने के बाद आटे को सैट होने के लिए आधे घंटे के लिए ढक कर रख दें।
गुंथे आटे को 4 बराबर भागों में बांट कर इनसे गोल लोईयां तैयार करके रख लें। एक लोई को चकले पर थोडी मोटी पूरी की तरह 11-12 इंच के व्यास में गोल बेल लें। एक छोटे चम्मच तेल इस बेली हुई पूरी पर डाल कर चारों तरफ़ अच्छे से फैला दें।
पूरी के सिरे को उठाते हुए इसे मोड़ना शुरू करें और फिर मोड़ते हुए इसका रोल बना लें। चाकू लेकर इस रोल से आधा-आधा इंच के गोल टुकडे़ काट लें। एक टुकडे़ को हाथ से दबाते हुए गोलाई में चपटा आकार दें। इसे किसी अलग प्लेट में रख लें। आटे की बाकी तीन लोईयों को भी इसी तरह बेल कर रोल तैयार करें और फिर काट कर, चपटा करके रख लें।
जब सारे चपटे रोल तैयार हो जाएं तो इन्हें एक-एक करके बेल लें। हमें इन्हें ज्यादा पतला नहीं बल्कि मठरी की तरह थोड़ा मोटा बेलना है। एक कड़ाही में तेल गरम करें। इसमें जितनी पूरी आसानी से तली जा सकें उतनी डाल लें। इन्हें पलटते हुए ब्राउन होने तक तल लें। सारी पूरियों को इसी तरह तल कर किसी प्लेट में निकाल लें। स्वादिष्ट और कुरकुरी फारसी पूरी यानी गुजराती मठरी तैयार हैं। इन्हें अच्छे से ठंडा कर लें और फिर किसी एअर टाइट कंटेनर में भर लें। आप इन्हें 2 महीने तक आराम से खा सकते हैं।