स्मार्ट रिवीजन से करें बेस्ट
सीबीएसई 12वींक्लास की बॉयोलॉजी की तैयारी एप्लीकेशन बेस्ड रखी जाए, तो इसे समझना आसान हो जाता है। एग्जाम 1 मार्च से शुरू हो रहे हैं, इसलिए अब रिवीजन पर ध्यान दें। बॉयोलॉजी है इफेक्टिव अगर स्टूडेंट अब इन सेक्शंस पर ध्यान दें तो एग्जाम में बेस्ट कर सकते हैं : रिप्रोडक्शन रिप्रोडक्शन यूनिट में जेनेसिस प्रॉसेस को ठीक तरह से
सीबीएसई 12वींक्लास की बॉयोलॉजी की तैयारी एप्लीकेशन बेस्ड रखी जाए, तो इसे समझना आसान हो जाता है। एग्जाम 1 मार्च से शुरू हो रहे हैं, इसलिए अब रिवीजन पर ध्यान दें।
बॉयोलॉजी है इफेक्टिव
अगर स्टूडेंट अब इन सेक्शंस पर ध्यान दें तो एग्जाम में बेस्ट कर सकते हैं :
रिप्रोडक्शन
रिप्रोडक्शन यूनिट में जेनेसिस प्रॉसेस को ठीक तरह से समझ लें। डायग्राम में स्पर्म और ओवम का चित्र बनाकर प्रैक्टिस करें।
जेनेटिक्स
मेंडल का सिद्धांत, सेक्स लिंग और डीएनए का एप्लीकेशन महत्वपूर्ण है। इवॉल्यूशन में डार्विन के सिद्धांत से क्वैश्चन हर बार पूछा जाता है।
बायोलॉजी ऐंड वेलफेयर
बीमारी फैलाने वाले कारकों का नाम और बीमारियों के लक्षण को ध्यान से पढ़ें। स्टूडेंट एड्स और कैंसर वाले भाग को जरूर पढ़ें।
बायो-टेक्नोलॉजी
जेनेटिक इंजीनियरिंग, जीन थेरेपी, बीटी क्रॉॅप्स को तैयार कर लें, तो एग्जाम में बेस्ट कर सकते हैं।
इकोलॉजी ऐंड एनवॉयरनमेंट
इको सिस्टम, नाइट्रोजन और कार्बन साइकिल में से एग्जाम में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं। बॉयो डाइवर्सिटी और उसका संरक्षण, प्रदूषण और वेस्ट मैनेजमेंट, ग्रीन हाउस इफेक्ट के माइनर प्वाइंट्स पर भी ध्यान दें।
स्कोरिंग टिप्स
-बॉयोटेक्नोलॉजी से जुडे़ सवालों को जरूर तैयार करें। इससे अक्सर सवाल पूछे जाते हैं।
-डीएनए और आरएनए की संरचना महत्वपूर्ण होती है, इसे भी जरूर तैयार कर लें।
-ग्रेगर जॉन मेंडल के सिद्धांत से कई बार घुमा- फिराकर प्रश्न पूछे जाते हैं।
-क्रोमोजोम से जुड़े सवालों को अच्छी तरह से तैयार कर लें।
एग्जाम टिप्स फॉर ऑल
-बेस्ट स्कोर के लिए रात भर जागने और खाना-पीना छोड़ने की जरूरत नहीं है। अपनी दिनचर्या नियमित रखें, स्मार्टली तैयारी करें।
-नर्वस न हों, नर्वसनेस की वजह है तैयारी पूरी न होना। जब तक समय है, अपनी तैयारी पूरी करें।
-आन्सर देते समय टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी है, वरना आते हुए प्रश्न छूट जाएंगे। जल्दबाजी की बजाय क्वैश्चंस के हिसाब से टाइम मैनेज करें।
-शब्द सीमा का विशेष ध्यान रखें। अगर सटीक शब्दों में आन्सर लिखेंगे, तो परीक्षक पर अच्छा असर पड़ेगा।
-आप अच्छा स्कोर तभी कर पाएंगे, जब एग्जामिनर को आपकी बात समझ में आए। इसलिए साफ-सुथरी और सुंदर हैंडराइटिंग में लिखें और स्पेलिंग की गलतियां न करें।
-क्वैश्चन पेपर मिलते ही सॉल्व करने में नहींलगें, बल्कि पहले सारे क्वैश्चंस ध्यान से पढ़ लें।
-पेपर देखने के बाद तय करें कि किनका आप बेस्ट आन्सर दे सकते हैं और कौन से सवाल आपके लिए मुश्किल हैं। आसान क्वैश्चंस को पहले सॉल्व करें।
अनुराधा शर्मा
प्रिंसिपल, रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल, नोएडा
यूज योर टाइम स्मार्टली
समय कम है,?इसलिए सिलेबस के उन चैप्टर्स को जल्द पढ़ डालें, जो बचे हों। शॉर्ट नोट्स बनाएं। हो सके, तो माइंड मैप नोट्स बनाएं, जो एक बार देखकर ही सब रिकॉल कर सकें। डायग्राम्स की अच्छी तरह प्रैक्टिस करें। मार्क्स के बेस पर उन चैप्टर्स की अच्छी तरह तैयारी करें, जो ज्यादा स्कोरिंग हैं।
डॉ. प्रवीण गुप्ता
डायरेक्टर, केबीएस एकेडमी, कोटा
इंटरैक्शन : मिथिलेश श्रीवास्तव