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एडमिशन टाइम

पिछले दिनों डीयू में एडमिशन के लिए घोषणा हो चुकी है। कहा जाता है कि यदि आपमें रुपहले पर्दे पर चमकने की जिद हो तो मुंबई जा सकते हैं, आईटी के मैदान में सितारा बुलंद करने में दिलचस्पी हो तो बंगलुरु का रुख कर सकते हैं। ओवरऑल क्वालिटी एजूकेशन का ख्वाब हो, तो दिल्ली का टारगेट करें। क्यों है दिल्ली क्वालिटी एजुकेशन का हब..

By Edited By: Published: Wed, 13 Jun 2012 05:58 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jun 2012 12:00 AM (IST)
एडमिशन टाइम

कोई नाम यूं ही ब्रांड नहीं बनता, साल दर साल की जाने वाली मेहनत, विश्वसनीयता, गुणवत्ता, आम लोगों का भरोसा जैसे तत्व किसी चीज को ब्रांड में तब्दील करते हैं। आज दिल्ली यूनीवर्सिटी पूरे देश में शिक्षा का सबसे बडा ब्रांड बन चुकी है। यही कारण है कि आज देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हजारों छात्र अपनी किस्मत बुलंद करने दिल्ली यूनिवर्सिटी का रुख करते हैं और सफल होते हैं। लेकिन इसमें केवल उनकी मेहनत, लगन का ही योगदान नहीं होता बल्कि डीयू काबेहतरीन शक्षिक वातावरण, विश्वस्तरीय फैकल्टी, आधुनिक सुविधाओं से लैस कैम्पस का भी योगदान है। ऐसे में यदि आप भी सपनों को आसमान की ऊंचाइयां देना चाहते हैं तो डीयू के आगामी कार्यक्रमों की अधिसूचना जारी कर दी गई है।

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दिल्ली यूनिवर्सिटी क्यों है शिक्षा का गढ

दिल्ली के बारे में मशहूर रहा है कि सैकडों विदेशी आक्रांताओं के लाख जोर-जबर के बावजूद दिल्ली की तासीर की चिरपरचित मिठास कभी गायब नहीं हुई। आज सैकडों साल बाद भी दिल्ली अनेक क्षेत्रों में अपने ऐसे ही दमखम के साथ खडी दिखाई देती है। इन क्षेत्रों में सबसे खास है-शिक्षा। लगातार अपग्रेडेशन, विशेषज्ञों की सलाह, सरकारी पहल, समर्पित फैकल्टी के चलते डीयू हमेशा बाकी संस्थानों से एक कदम आगे रही है। शायद यही कारण है कि एजूकेशन सेक्टर में लाख तरक्की के बाद भी डीयू स्टूडेंट्स की पहली पंसद है। यहां देश में संभव हर विषय में बैचलर/पीजी/डिप्लोमा/्रओपेन लर्निग प्रोग्राम उपलब्ध हैं।

एजूकेशन का दिल है दिल्ली

दिल्ली में खुले बेहतरीन कॉलेज चाहें वह एम्स हो, आईआईटी हो, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी), जेएनयू हो या आई आई एम सी हो- सब के सब स्टूडेंट्स के लिए उम्मीदों का आसरा बन रहे हैं। अपने-अपने क्षेत्र के सुप्रीम इंस्टीट्यूशन कहे जाने वाले इन कॉलेजों व यूनीवर्सिटियों में दाखिला, प्रतिष्ठा का सबब व सर्टी फिकेशन, शानदार जॉब की गारंटी मानी जाती है। केवल ये संस्थान ही नहीं बल्कि यहां स्थित कई दूसरे प्राइवेट शक्षिक संस्थान व कोचिंग भी आपको जॉब के लिए तैयार करते हैं। यही कारण है कि हर साल आंखों में सपने लिए पूरे देश से स्टूडेंट्स का हुजूम दिल्ली का रुख करता है। इनमें क ई प्रोफेशनल कॉलेजों में दाखिला लेते हैं, कुछ आगामी परीक्षाओं का लक्ष्य लिए कोचिंग क्लासेस में चले जाते हैं तो बहुत से युवा जॉब के लिए भी दिल्ली आते हैं। यही कारण है कि दिल्ली को देश की एजूकेशन का दिल कहा जाता है।

कोर्स दे रहे बरक्कत

यह बाकी यूनिवर्सिटीज की तरह केवल डिग्री देने में नहीं बल्कि क्वालिटी एजूकेशन देने में यकीन रखती है और स्टूडेंट्स के इस यकीन को डीयू के 86 विभाग व 16 फैकल्टीस हकीकत में बदल रहे हैं। इन कोर्सो में बीए, बीकॉम, बीएससी जैसे कोर्स तो मौजूद हैं ही साथ में इंटरडिसिप्लनेरी, प्रोफेशनल कोर्स भी नए कलेवर में दस्तक दे रहे हैं।

जनरल सांइस- जो छात्र केवल साइंस ग्रेजुएट बन रोजगार के मैदान में उतरना चाहते हैं उनके लिए डीयू में लाइफ सांइस, फिजिकल साइंस में कई कोर्स ग्रुप चलते हैं। बीएससी इन लाइफ सांइस, बीएससी इन एप्लाइड लाइफ सांइस इन्हीं मे से एक है। वहीं फिजिकल साइंस में बीएससी इन फिजिकल साइंस, बीएससी इन एप्लाइड फिजिकल साइंस भी अन्य विकल्प हैं।

इंटरडिसिप्लेनरी साइंस- साइंस मे कई विषयों को मिलाकर नए-नए तरह कोर्स ऑफर किए जाते हैं, जिसमें बायोकेमेस्ट्री, बायोमेडिकल, बायोलॉजिकल साइंस के रूप में कई इंटरडिसिप्लेनरी कोर्स खास हैं।

बीएससी इन कंप्यूटर साइंस- वैसे तो देश में बीसीए जसे कोर्स खासे लोकप्रिय हैं, लेकिन डीयू में बीएससी इन कंप्यूटर सांइस (ऑनर्स) की अपनी अलग पहचान है। डीयू के 15 कॉलेजों में ये कोर्स चल रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि जानकारी व जॉब के नजरिए से आज बीएससी इन कंप्यूटर सांइस आनर्स, बीसीए से ज्यादा उपयोगी है।

बीएससी इन फूड टेक्नोलॉजी- दुनिया में फूड टेक्नोलॉजी की अहमियत देखते हुए आज देश के ज्यादातर संस्थानों में इसको अहमियत मिल रही है। डीयू इसका अपवाद नहीं है। डीयू केभास्कराचार्य, राजगुरुकॉलेजों में यह एप्लाइड सांइस के रूप में संचालित किया जा रहा है।

बीए इन फॉरेन लैंग्वेज- डीयू के कोर्सेज का जिक्र हो और फॉरेन लैंग्वेज छूट जाए ऐसा कैसे हो सकता है। विवि के इन कोर्सो में जर्मन, फ्रैंच इटैलियन, स्पेनिश, चायनीज आदि को बतौर फॉरेन लैंग्वेज शामिल किया गया है।

बीएलएड- आज देश में बीएड, बीटीसी जैसे कोर्सो में प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स की कमी नहीं है। पर ये कोर्स स्नातक की श्रेणी में नहीं आते। ऐसे में डीयू चार वर्षीय डिग्री लेवल बैचलर ऑफ एंलीमेंटरी कोर्स लेकर आया है। इस कोर्स के जरिए आप देश विदेश के किसी भी सरकारी गैर सरकारी स्कूल में 1 से लेकर कक्षा 8 तक पढाने योग्य हो सकते हैं। डीयू में यह कोर्स केवल छात्राओं के लिए चलाया जाता है।

बीटेक/बीएससी इन मैथ्स विद इनोवेशन- डीयू ने बीते साल बीटेक/बीएससी इन मैथ्स विद इनोवेशननाम से नया कोर्स शुरू किया है। इसमें छात्रों को नए-नए प्रयोगों के आधार पर चीजें पढाई जा रही हैं। वहीं इस साल से बीटेक इन ह्यूमेनटीज कोर्स चलाए जाने की उम्मीद है।

कॉमर्स कोर्स- डीयू में परंपरागत बीकॉम ऑनर्स व बीकॉम प्रोग्राम दोनों ही आयोजित किए जाते हैं। ये कोर्स उन छात्रों के लिए वरदान सरीखे हैं, जो उच्च शिक्षा में न जाकर तुरंत जॉब पाना चाहते हैं। श्रीराम कॉलेज, हिंदू, हंसराज, शहीद भगत सिंह बीकॉम कोर्सेज का बढिया ठिकाना हैं। इसके अलावा डीयू के ऐसे अनेक कॉलेज हैं, जिसमें जमाने के अनुरूप अनेक प्रोफेशनल कोर्स उपलब्ध हैं, जहां से पढकर आप बेस्ट बन सकते हैं।

जेआरसी टीम


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