फ्रांस: भारतीय छात्रों के लिए आदर्श स्थान
फ्रांस भारत का कई क्षेत्रों में साथी रहा है। शिक्षा भी उसी में से एक है। इस देश को भारतीय छात्रों के लिए आदर्श माना जाता है ..
शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान नहीं बल्कि व्यावहारिक ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि विषय की जानकारी के लिए छात्रों को संबंधित कार्यस्थलों पर ले जाकर वास्तविकता से अवगत कराया जाए। इस नए दृष्टिकोण पर फ्रांस बहुत पहले से अमल करता आ रहा है। वहां विद्यार्थी इस विधि का लाभ उठाते हुए किताबी जानकारी के साथ ही प्रायोगिक ज्ञान भी हासिल कर लेते हैं।
भारतीय छात्र
शिक्षा क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच हो रहे विभिन्न प्रकार के समझौतों ने यहां भारतीय छात्रों की संख्या में साल दर साल इजाफा किया है। आज यहां के उच्च शिक्षा देने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्यालयों में संचालित किए जा रहे लगभग सभी विषयों में भारतीय छात्रों की उपस्थिति है। फ्रांस अपने देश में भारतीय छात्रों की संख्या में इजाफा चाहता है इसलिए वह भारत में समय-समय पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजित करता रहता है।
स्तरीय विश्वविद्यालय
विश्वस्तरीय शिक्षा के लिए इसे वैसे तो दीर्घकाल से जाना जाता रहा है, लेकिन इधर दो दशकों से निरंतर विदेशी छात्रों की संख्या में हो रहा इजाफा दर्शा रहा है कि इसकी विश्वस्तर पर शिक्षा के मामले में प्रतिष्ठा बढ रही है। एक अनुमान है कि यहां हर साल 2.5 लाख विदेशी विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेते हैं। इस छात्र संख्या का लगभग 10 प्रतिशत विदेशी छात्र होते हैं। यूरोपीय देशों के छात्रों के अलावा अब एशियाई मूल के विद्यार्थियों की पहली पसंद बन कर फ्रांस विश्व मानचित्र पर सामने आ गया है। अगर हम यहां के विश्वविद्यालयों की वर्ल्ड रैंकिंग की बात करें तो 2011 क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में जो प्रारंभ के 500 विश्वविद्यालय हैं, उसमें यहां की 21 यूनिवर्सिटियां शामिल हैं। जिनमें से चार ने प्रारंभिक 150 में अपनी जगह बनाई है।
अंतरराष्ट्रीय मान्यता
फ्रांस में विभिन्न विषयों के लिए दी जाने वाली डिग्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली हुई है। यहां इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट की ओर छात्रों के बढते रुझान को देखते हुए इस तरह के संस्थानों की संख्या में इजाफा किया जा रहा है। इस देश में उच्च शिक्षा देने वाले विभिन्न प्रकार के संस्थानों की संख्या हजारों में है। यहां विद्यार्थियों का एक बडा वर्ग कला, फैशन, डिजाइन, आर्किटेक्चर, पैरामेडिकल के कोर्सो में प्रवेश ले रहा है। इन कोर्सो में भी भारतीय छात्रों की मौजूदगी है।
स्कॉलरशिप
सभी प्रमुख देशों की तरह फ्रांस में भी शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न तरह की स्कॉलरशिपें दी जाती हैं। यह मदद छात्रों को उनके शक्षिक रिकॉर्ड के आधार पर दी जाती है। इन योजनाओं का लाभ योग्य विदेशी छात्र भी समान रूप से उठा सकते हैं। सरकार के अलावा विभिन्न निजी क्षेत्र भी अपने पैमाने के आधार पर विद्यार्थियों की मदद करते रहते हैं। इस तरह की सहायता छात्रों पर पडने वाले आर्थिक खर्च को कहीं हद तक कम कर देती है। चिकित्सा, परिवहन आदि में भी नियमानुसार छात्रों को छूट दी जाती है।
प्रमुख विश्वविद्यालय
university of paris
university pascal paoli
university de savoie
university de bourgogne
university stendhal
university de limoges
university du maine
शरद अग्निहोत्री