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सनक से निकलता सक्सेस का रास्ता

स्कूल एग्जाम में उन्हें 1600 में से 15

By Edited By: Published: Wed, 29 Oct 2014 11:44 AM (IST)Updated: Wed, 29 Oct 2014 11:44 AM (IST)
सनक से निकलता सक्सेस का रास्ता

स्कूल एग्जाम में उन्हें 1600 में से 1590 नंबर मिले थे। पढ़ाई के समय ही कंप्यूटर प्रोग्राम बनाकर उन्होंने 4200 डॉलर कमा लिए थे। उन्होंने अपने टीचर से कहा था कि मैं 30 साल की उम्र में करोड़पति बनकर दिखाऊंगा और महज 31 साल की उम्र में वह अरबपति बन गये। ऐसी ही विलक्षण प्रतिभा के धनी माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स से जानें सक्सेस सीक्रेट्स..

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अक्सर लोग थक-हारकर बैठ जाते हैं कि अब तो कुछ नहीं हो सकता, लेकिन यकीन मानिए हर वक्त आपके पास प्रोग्रेस का वक्त होता है। यह आप पर डिपेंड करता है कि आप बैठ जाते हैं या आगे बढ़ते हैं। मैं बहुत आशावादी हूं, पर बहुत उतावला भी हूं। शायद उतावलेपन ने मुझसे कम उम्र में ही वह सब करवाया, जो ज्यादातर लोग बड़ी उम्र में भी नहीं कर पाते।

सोचें मत, लग जाएं

अगर हमारी सोच सही है और हम कुछ अच्छा करना चाहते हैं, तो बस इतना ही काफी नहीं है। आपको अपनी सोच को एक्शन में बदलना होगा। किसी चीज? की धुन को कैसे अमल में लाएं, इसके लिए जरूरी है एक्शन लें। विचार कई लोगों के पास होते हैं। असल बात उस पर अमल करने की होती है। यह तभी होगा, जब आपको सही दिशा की पहचान होगी। सही रास्ता ही आपको सही मंजिल पर ले जाएगा।

सही दिशा में सही साथी

आप सही दिशा में तभी जा सकते हैं, जब आपके साथ अच्छे लोग होंगे। आपके दोस्त अच्छे हों, आपके टीचर अच्छे हों। बेहतर और साफ चरित्र वाले लोग आपसे जुड़ते रहें। आस-पास अच्छे लोग रहेंगे, तो आप खुद-ब-खुद आगे बढ़ते रहेंगे। गलत लोग रहेंगे, तो आपको पता भी नहीं चलेगा कि आपने कितना कुछ बर्बाद कर लिया।

रास्ता बनाते चलें

हमेशा आपके लिए कोई बना-बनाया रास्ता तैयार नहीं रहेगा। आपको कुछ तो करना ही होगा। कभी लोगों को यह भी लग सकता है कि आप सनकी हैं। कई बार आपके कदम मंजिल के करीब हो सकते हैं, लेकिन आपको इस बारे में पता ही नहीं चल पाता या आपको वह रास्ता नजर ही नहीं आता। इसलिए आपको अपना रास्ता खुद बनाना होगा। साथ ही, यह भी देखते रहना होगा कि कौन-सा रास्ता आपको मंजिल तक सबसे पहले कम से कम नुकसान में पहुंचाएगा।

आदर्शोके साथ जिएं

जब भी दुनिया को आभास होगा कि आप क्या हैं, आप नजरों में आएंगे और इन्हीं मूल्यों के कारण लोग आपकी ओर खिंचते चले जाएंगे। माइक्रोसॉफ्ट का ही उदाहरण लें। हमारा जज्बा दुनिया बदलने का था। इसीलिए इससे लोग जुड़ते चले गए और हम सबकी लाइफ टेक्नोलॉजी एवं इनोवेशन से और भी बेहतर बनती चली गई।

इनोवेशन बहुत जरूरी

आप किसी भी फील्ड में हों, पढा़ई, जॉब, समाज-सेवा में या फिर आप हाउस वाइफ ही क्यों न हों। हर जगह आपको इनोवेशन करते रहना होगा, तभी आप खुश रह पाएंगे और आगे बढ़ पाएंगे। एक ही तरह के ढर्रे पर चलते रहने से न तो आपको कुछ हासिल होगा और न ही आप इस दुनिया को कुछ दे पाएंगे। ऐसी स्थिति में आपके होने या न होने का कोई मतलब ही नहीं

होता है।

टेंशन नहीं, आप बड़े हैं

ऐसा नहीं है कि कोई ऐसा तरीका है, जिससे सारी समस्याओं का हल मिल जाए या फिर सारी टेंशन खत्म हो जाए, लेकिन उन्हें जितना बड़ा करके देखेंगे, वे उतनी ही बड़ी होती जाएंगी। पूरा दिन काम करने के बाद मैं रात को सोने से पहले एक घंटे किताब पढ़ता हूं। यह मेरी दिन भर की टेंशन काफी कम कर देता है।

हर काम की हो प्लानिंग

अपना हर काम, हर प्रोजेक्ट पूरे प्लान के साथ करें। आपको पूरे दिन का शेड्यूल बनाना चाहिए कि कब क्या करना है? कैसे करना है? कोशिश हो कि हर काम नियत समय पर ही पूरा हो। यही प्लानिंग पूरी लाइफ के साथ भी होनी चाहिए।

दुनिया को क्या दे सकते हैं?

आप इस दुनिया से बहुत कुछ ले तो रहे हैं, लेकिन जरा यह भी तो सोचें कि आप वापस क्या दे रहे हैं? फिर तय करें कि आप इस दुनिया को क्या दे सकते हैं? बचपन से ही यह बात मेरे मन में बार-बार हिट करती थी और आज भी हिट करती है कि मैं इस दुनिया के लिए क्या बेहतर कर सकता हूं।

इंटरैक्शन : मिथिलेश श्रीवास्तव


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