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जोश ब्लॉग

कोई मुकाबला नहीं सुशील कुमार जोश प्लस काफी अच्छी मैगजीन है। इसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है। इसका हर कॉलम स्टूडेंट्स के लिए उत्प्रेरक का काम करता है। बुधवार को मुझे इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। सुबह दैनिक जागरण अखबार के साथ इसे पूरा पढ़ जाता हूं। संपादकीय से शुरू करता हूं और एक के बाद एक सारे कॉलम पढ़ता ही च

By Edited By: Published: Tue, 15 Apr 2014 12:39 PM (IST)Updated: Tue, 15 Apr 2014 12:39 PM (IST)
जोश ब्लॉग

कोई मुकाबला नहीं

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सुशील कुमार

जोश प्लस काफी अच्छी मैगजीन है। इसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है। इसका हर कॉलम स्टूडेंट्स के लिए उत्प्रेरक का काम करता है। बुधवार को मुझे इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। सुबह दैनिक जागरण अखबार के साथ इसे पूरा पढ़ जाता हूं। संपादकीय से शुरू करता हूं और एक के बाद एक सारे कॉलम पढ़ता ही चला जाता हूं। सचमुच इसका कोई मुकाबला नहीं।

हफ्ते में दो बार आए

अनूप मिश्र

मैं जोश प्लस शुरू से ही पढ़ता आ रहा हूं। इससे नए दौर के ट्रेंड का पता चल जाता है। जनरल नॉलेज, न्यू कोर्स और कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स की जानकारी इससे मिल जाती है। यह बेस्ट नॉलेज बुक है। यह रीडर्स के सारे कंफ्यूजन दूर कर देती है, लेकिन इसका दो हफ्ते पर आना खटकता है।?मेरा दैनिक जागरण के मैनेजमेंट से अनुरोध है कि इसे हफ्ते में दो बार प्रकाशित करें।

फ्यूचर के लिए जरूरी

प्रियंका मिश्रा

जोश प्लस के रूप में हमें बेस्ट फ्रेंड मिल गया है। इसमें दी जाने वाली तरह-तरह की जानकारियां हमारे नॉलेज बैंक को स्ट्रॉन्ग करती हैं। यह मैगजीन हमारे ब्राइट फ्यूचर के लिए जरूरी हर सामग्री दे रही है। गुरुकूल, कवर स्टोरी और काउंसलर कॉर्नर जैसे सभी कॉलम हम स्टूडेंट्स को कुछ न कुछ सिखाते हैं। उम्मीद है कि आगे भी जोश प्लस हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा।

इनोवेटिव मैगजीन

सोनालिका गुप्ता

आज के दौर में जोश प्लस युवाओं में कुछ कर गुजरने का जज्बा भर देता है। कड़ी मेहनत और हिम्मत से हम जो चाहे वह कर सकते हैं। यह मैगजीन इसकी सही राह दिखाती है। महिला दिवस पर कवर स्टोरी बहुत पसंद आई। मैगजीन एजुकेशन और करियर के फील्ड में हर बार इनोवेटिव आइडिया के साथ नई जानकारियां देती है। इसे पढ़कर आत्मविश्वास बढ़ता है और सफलता की राह आसान हो जाती है।

स्टूडेंट्स का मार्गदर्शक

विकास कुमार

जोश प्लस काफी सराहनीय मैगजीन है। इसकी अब तक की सारी कवर स्टोरीज, सीइओ टॉक, तैयारी और सक्सेस मंत्रा मुझे बहुत अच्छे लगे। इसके संपादकीय का तो कोई जवाब ही नहीं। यह हम स्टूडेंट्स के लिए अच्छा मार्गदर्शक है। अच्छे कार्य के लिए जोश प्लस की टीम बधाई की पात्र है। इसमें यूपीएससी, एसएससी, डिफेंस आदि के नोटिफिकेशन के बारे में भी जानकारी दी जाती, तो बेहतर होता।

अच्छा दोस्त

अंकित जाटव

जोश प्लस एक सच्चे दोस्त की तरह है। जिस तरह एक सच्चा मित्र सही राह बताता है, ठीक उसी तरह जोश प्लस भी हमेशा सही राह के लिए प्रेरित करता है। इस तरह यह सच्चे मार्गदर्शक का भी काम करता है। मैगजीन के सभी कॉलम बहुत अच्छे हैं। खासकर करेंट अफेयर्स और कवर स्टोरी पढ़ना तो बहुत अच्छा लगता है। कई साल से जोश पढ़ रहा हूं। हर बार इसे पढ़कर नई उमंग और उत्साह का संचार होता है।

कमेंट्स

आइ लव जोश प्लस। यह मैगजीन बहुत मोटिवेटिंग है। मुझे सीइओ टॉक पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। अब यह दो हफ्ते में एक बार आता है। यह हर बुधवार को आना चाहिए।

पुनीत अरोड़ा

ईस्ट ऐंड वेस्ट, जोश प्लस इज द बेस्ट। मैं शुरू से ही जोश पढ़ रहा हूं। इससे मेरी पर्सनैलिटी में काफी सुधार आया है। कीप इट अप।

श्रेयस श्रीवास्तव

यह मेरी फेवरेट मैगजीन है। बुधवार मेरा फेवरेट दिन है, क्योंकि इस दिन जोश प्लस आता है। जोश प्लस के आर्टिकल्स पढ़ने से पूरा दिन अच्छा बीत जाता है।

वैभव बालोधी

संपादकीय में बड़े विचार लिखे जाते हैं। जोश प्लस का जैसा नाम है, वैसा ही इसका काम है। यह लाइफ का सच्चा साथी है, जो सही समय पर सही राह दिखाता है। पढ़ने की रेगुलैरिटी के साथ यह नई उमंग पैदा करता है।

शिवम ठाकुर

मैंने जोश प्लस पढ़ा। सारे ही कॉलम बहुत क्रिएटिव हैं। यह स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छी मैगजीन है। इसे पढ़कर देश भर के स्टूडेंट्स कामयाब होंगे।

धर्मराज

जोश प्लस पहली बार अपने अध्यापक के हाथ में देखा था। तब से आज तक जोश प्लस पढ़ना नहींभूला। बुधवार को इसका इंतजार रहता है। प्लीज इसे साप्ताहिक कर दें।

सुनील कुमार


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