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कॅरियर ब्लॉग

By Edited By: Published: Wed, 12 Dec 2012 06:17 AM (IST)Updated: Wed, 12 Dec 2012 12:00 AM (IST)
कॅरियर ब्लॉग

एग्रीकल्चर इंट्रेंस पर दें आर्टिकल

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जब से मैंने होश संभाला घर में दैनिक जागरण अखबार को ही देखा है। कहने का आशय यह है कि हमारे पूरे घर के सदस्यों को इसमें प्रकाशित होने वाली हर खबर पर विश्वास है। मैं बारहवीं एग्रीकल्चर का स्टूडेंट हूं। यह कॅ रियर सप्लीमेंट हमारे लिए ही नहीं बल्कि सभी स्टूडेंट के लिए हेल्पफुल है। इसमें छपने वाले सभी कॉलम हर प्वाइंट से ज्ञानवर्धक हैं। आपसे निवेदन है कि बीएससी एग्रीकल्चर इंट्रेंस से रिलेटेड आर्टिकल जरूर प्रकाशित करें। अलग-अलग क्षेत्र के सेलिब्रिटीज के इंटरव्यू प्रकाशित करेंगे तो अच्छा होगा। वैसे जोश में प्रकाशित सामग्री कॅरियर को सटीक दिशा देने वाली है।

अमित दुबे

युवा सपनों की उम्मीद

जोश कॅरियर का ही नहीं बल्कि युवा सपनों के उम्मीदों की डोर है। इसकी मैंने फाइल बना रखी है, जिसे मैं हमेशा पढती हूं। मैं पिछले दो वर्ष से जोश की पाठक हूं। वे सभी युवा जो कॅरियर के लिए संघर्ष कर रहे हैं, उनके लिए इस सप्लीमेंट को वरदान कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। इसमें कॅरियर के बारे में तो जानकारियां मिलती ही है साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए व्यावहारिक जानकारियां भी मिलती हैं। न्यूज एंड ट्रेंड में प्रकाशित जानकारियां सही मायने में गागर में सागर की भांति हैं।

विशाखा श्रीवास्तव

ज्ञान का खजाना

जोश एक ऐसा कॅरियर सप्लीमेंट है जो हर बुधवार को कुछ न कुछ नई उमंग लेकर आता है। यदि समाज से ऊपर उठना है और कॅरियर को ऊंचाइयां देनी है तो जोश का सहारा लेना ही पडेगा। भागम-भाग जिन्दगी से संघर्ष करने का सूत्र बताता है। यह सप्लीमेंट ज्ञान का खजाना है। इसमें जो भी नया होता है हमारे जैसे स्टूडेंट के लिए लाभ दायक होता है। मेरा लक्ष्य आईपीएस बनना है, इसलिए यदि आप इससे रिलेटेड आर्टिकल प्रकाशित करें तो हमारे लिए वह वरदान होगा।

रमेश कुमार यादव

हिन्दी में जरूर लिखें

जोश ग्रामीण तथा शहरी लोगों के ज्ञान को घर बैठे बढाता है। ग्रामीण परिवेश में पले- बढे होने के कारण जोश में प्रकाशित सामग्री के अधिकांश शब्द अंग्रेजी के होने के कारण हमारे जैसे ग्रामीणों को परेशानी होती है। आपसे निवेदन है कि अंग्रेजी शब्दों को हिन्दी कोष्ठक मे जरूर लिखें। ऐसा करने से हमारे जैसे युवाओं की पकड अंग्रेजी पर भी अच्छी हो जाएगी।

राकेश तिवारी

जेआरसी टीम


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