जोश व जज्बे को उड़ान देती...आर्मी
एनडीए, सीडीएस के अलावा भी आर्मी में एंट्री केलिए कई और प्लेटफॉर्म भी हैं, जिनके जरिए युवा आर्मी यानी थल सेना में ब्राइट करियर बना सकते हैं। जानिए आर्मी के कुछ ऐसे ही ऑफबीट फील्ड्स के बारे में, जहां आपके लिए बेहतर मौके हैं...
इंडियन आर्मी डे (15 जनवरी) पर विशेष
अगर आपमें जोश, जज्बा और देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना है, तो इंडियन आर्मी से बेहतर करियर विकल्प आपके लिए कुछ और नहीं हो सकता। अगर आर्मी में करियर बनाना चाहते हैं, तो 10वीं, 12वीं के बाद नॉन-टेक्निकल और टेक्निकल के साथ, एनडीए, सीडीएस के जरिए एंट्री कर सकते हैं। हालांकि आर्मी में कई ऐसे ऑफबीट फील्ड भी हैं, जहां करियर के बेहतरीन अवसर हैं। कॉम्बेट फ्रंट के अलावा, इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट, लॉ प्रोफेशनल्स के अलावा सामान्य ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट जैसे नॉन प्रोफेशनल डिग्रीधारियों के लिए भी काफी बेहतर अवसर उपलब्ध हैं। इनसे जुड़कर युवा देश सेवा के साथ-साथ प्रतिष्ठित नौकरी और शानदार भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
इंजीनियर्स के लिए अवसर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने वाले स्टूडेंट्स टीजीसी, शॉर्ट सर्विस (टेक्निकल) और यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के जरिए आर्मी ऑफिसर बन अपने टेक्निकल नॉलेज का बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
टीजीसी इंजीनियर्स
बीई या बीटेक की डिग्री हासिल कर चुके 20 से 27 साल की उम्र के युवा अपने टेक्निकल स्किल्स के बल पर देश सेवा करने के लिए आर्मी के टेक्निकल ग्रेजुएट कमीशन (टीजीसी) से जुड़ सकते हैं। इसके लिए अक्टूबर-नवंबर और अप्रैल-मई में वर्ष में दो बार नोटिफिकेशन आता है। सलेक्शन के बाद इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) में एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाता है और फिर आर्मी में स्थायी नियुक्ति मिलती है।
शॉर्ट सर्विस (टेक्निकल)
इंजीनियरिंग के किसी भी ब्रांच में डिग्री हासिल करने वाले युवा शॉर्ट सर्विस (टेक्निकल) के माध्यम से आर्मी से जुड़ सकते हैं। इसके लिए अधिकतम आयु 27 वर्ष होनी चाहिए। आवेदन प्रक्रिया नवंबर से जनवरी और मई से जुलाई के बीच होती है। सलेक्शन होने के बाद कैंडिडेट्स को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) चेन्नई में 49 सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाती है।
यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम
इंजीनियरिंग-प्री फाइनल इयर के स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के जरिए आर्मी में आवेदन कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के तहत आर्मी में शामिल होने के लिए उम्र कम से कम 19 और अधिक से अधिक 25 वर्ष होनी चाहिए। यूईएस में चयनित युवाओं को आईएमए देहरादून में प्रशिक्षण दिया जाता है।
टीजीसी एजुकेशन (एईसी)
शिक्षा में रुचि रखने वाले युवा आर्मी में टीजीसी एजुकेशन सेक्शन को चुन सकते हैं। आर्मी में एजुकेशन के लिए बेहतर स्कोप है। एसएसबी के जरिए इसमें प्रवेश मिलता है। फस्र्ट या सेकंड डिवीजन में एमए या एमएससी कर चुके 23-27 साल की उम्र का कोई भी भारतीय युवा इसमें जा सकता है। इसमें एंट्री के लिए इंडियन आर्मी की तरफ से जून/जुलाई और दिसंबर/जनवरी में आवेदन मंगाए जाते हैं। इंडियन मिलिट्री एकेडमी में इनकी ट्रेनिंग होती है और उसके बाद आर्मी में स्थायी नियुक्ति होती है।
जेसीओ (रिलीजियस टीचर)
आर्मी में धार्मिक शिक्षकों की बड़े पैमाने पर नियुक्ति की जाती है। इसमें हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध, ईसाई, सिख आदि धर्मों के जानकार शामिल किए जाते हैं। इनका मुख्य कार्य सैनिकों में पॉजिटिव एनर्जी भरना होता है, ताकि उनका मनोबल हमेशा ऊंचा बना रहे। इसके लिए किसी भी विषय में ग्रेजुएट होने के साथ-साथ संबंधित धर्म का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है।
लॉ ग्रेजुएट के लिए जेएजी मेन
अगर आप लॉ ग्रेजुएट हैं और आर्मी से जुड़कर देश सेवा की भी चाहत रखते हैं, तो जेएजी मेन आपके लिए सबसे उपयुक्त हो सकता है। इसके लिए 55 फीसदी अंकों के साथ एलएलबी या एलएलएम उत्तीर्ण होना जरूरी है। 21 से 27 वर्ष के भारतीय युवा इसके लिए एलिजिबल होते हैं। इसमें नियुक्ति के लिए एप्लीकेशन प्रॉसेस वर्ष में दो बार दिसंबर-जनवरी और अप्रैल-मई में होता है और सलेक्शन के बाद ओटीए चेन्नई में 49 सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाती है।
एमबीए के लिए भी मौके
मैनेजमेंट की डिग्री रखने वाले युवाओं के लिए भी आर्मी में बेहतर मौके उपलब्ध हो रहे हैं। आम्र्ड फोर्सेज के लॉजिस्टिक सेक्शन में एमबीए डिग्रीधारियों को एंट्री दी जाती है।
जेसीओ (खान-पान)
बारहवीं के बाद किसी मान्यताप्राप्त संस्थान से होटल मैनेजमेंट या फूड मेकिंग कोर्स में डिप्लोमा करने के बाद आर्मी के खान-पान सेक्शन से जुड़कर अपनी पाक कला से सैन्यकर्मियों को खुश कर सकते हैं।
आर्मी के कमांडो
अगर आप आर्मी के जरिए कमांडो बनना चाहते हैं, तो सेना की इस विंग में इसके लिए भी कई मौके उपलब्ध होते हैं। एनएसजी यानी नेशनल सिक्योरिटी ग्रुप, मरीन कमांडो, ब्लैक कैट्स कमांडो जैसे देश के सबसे जाबांज कमांडो का चयन आमतौर पर थलसेना के सैनिकों के बीच से ही किया जाता है। थलसेना के चुनिंदा जांबाज ऑफिसर्स को स्पेशल फोर्सेज के लिए चुना जाता है और उन्हें विशेष तरीके से कड़ा प्रशिक्षण देकर एनएसजी, ब्लैक कैट्स कमांडो, पैरा कमांडो आदि में शामिल किया जाता है।
महिलाओं के लिए मौका
ऑर्डिनेंस कोर, एजुकेशन कोर,नर्सिंग, सर्विस कोर, जेएजी, सिग्नल्स, आर्मी इंटेलिजेंस और लॉजिस्टिक्स में अविवाहित महिलाओं की नियुक्ति की जाती है। कुछ पदों पर सैन्य-कर्मियों की विधवाओं की भी भर्ती होती है। इसके लिए समय-समय पर आर्मी की तरफ से आवेदन मंगाए जाते हैं।
आर्मी के ब्रांच
टेक्निकल ब्रांच- कोर ऑफ इलेक्ट्रिक ऐंड मैकेनिकल इंजीनियर्स, कोर ऑफ सिग्नल्स, कोर ऑफ इंजीनियर्स
नॉन-टेक्निकल ब्रांच- इंफैंट्री आम्र्ड कोर, आर्टिलरी
एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज- आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर, आर्मी एजुकेशन कोर, आर्मी पोस्टल कोर, रिमाउंट ऐंड वेटनरी कोर, जज, एडवोकेट, जनरल कोर, कोर ऑफ मिलिट्री, इंटेलिजेंस कोर, आर्मी कैंटीन सेवा, आर्मी पायनियर कोर, डिफेंस सिक्योरिटी कोर।
सैनिक/लिपिक/स्टोर कीपर
सैनिक- ट्रेडमैन सामान्य कार्य/ निर्दिष्ट कार्य
सैनिक- नर्सिंग सहायक
आर्मी के लिए ऑनलाइन आवेदन
जेएजी (एलएलबी उत्तीर्ण युवाओं के लिए) और शॉर्ट सर्विस कमिशन (मेन/ टेक्निकल/वुमन) के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। इसके जरिए आर्मी के विभिन्न टेक्निकल और नॉन टेक्निकल पदों पर नियुक्ति होगी। आर्मी से जुडऩे के लिए 30 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
जागरण फीचर