वेडिंग प्लानर: क्रिएटिविटी से बनती पहचान
आज के दौर में अगर आपके पास क्रिएटिव आइडिया है और उसे हकीकत में बदलने का हुनर आता है, तो अपनी मनपसंद फील्ड में ऊंची उड़ान भरने के लिए पूरा आकाश है। इन दिनों अधिकतर युवा अपने पैशन को फॉलो करते हुए ऐसा करियर चुन रहे हैं, जिसमें काम करने
आज के दौर में अगर आपके पास क्रिएटिव आइडिया है और उसे हकीकत में बदलने का हुनर आता है, तो अपनी मनपसंद फील्ड में ऊंची उड़ान भरने के लिए पूरा आकाश है। इन दिनों अधिकतर युवा अपने पैशन को फॉलो करते हुए ऐसा करियर चुन रहे हैं, जिसमें काम करने का अपना एक अलग मजा हो। जहां मेहनत हो, तो साथ में पैसा भी भरपूर हो। इंडियन वेडिंग इंडस्ट्री युवाओं के इन्हीं सपनों को पूरा करने का एक मौका दे रही है। आज बड़ी तादाद में युवा, वेडिंग प्लानर के तौर पर अपने करियर का आगाज कर रहे हैं, क्योंकि वेडिंग प्लानिंग में उन्हें अपनी क्रिएटिविटी को पेश करने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
वेडिंग प्लानर की भूमिका
अब तक शादी समारोह के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी परिवार के सदस्यों की होती थी। हर छोटे-बड़े फैसले वही किया करते थे। लेकिन आज इसके लिए बाकायदा वेडिंग प्लानर्स को हायर किया जाने लगा है, जो समारोह का पूरा प्रबंधन देखते हैं। वेडिंग कार्ड की डिजाइन से लेकर वेन्यू तय करने का फैसला तक वही करते हैं। वह लड़के या लड़की की पसंद का ख्याल रखते हुए वेडिंग थीम, वेन्यू की साज-सज्जा, स्टेज की डिजाइन, मेन्यू और सिंगर्स या डीजे की व्यवस्था देखते हैं। इतना ही नहीं, शादी का बजट बनाने, वेन्यू बुक करने, केटरर, फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर, ब्यूटीशियन, फ्लोरिस्ट आदि सर्विस प्रोवाइडर्स को मैनेज करने की जिम्मेदारी भी वेडिंग प्लानर की ही होती है।
पर्सनल स्किल्स
वेडिंग प्लानर के लिए सबसे जरूरी स्किल फ्लेक्सिबिलिटी है। आप जितना लचीला रुख अपनाएंगे, उतना ही क्लाइंट्स की बातों पर ध्यान दे पाएंगे। इसके अलावा, इसमें डिटेलिंग और ऑर्गनाइज्ड तरीके से काम करना होता है। आपको हर धर्म-संप्रदाय के लोगों के वैवाहिक रीति-रिवाजों की जानकारी रखनी होती है। कुछ शादी समारोह छोटे होते हैं, तो कुछ लंबे चलते हैं। ऐसे में आपको हमेशा ऊर्जावान और सेल्फ मोटिवेटेड रहना होगा। इन सबके अलावा आपके पास स्ट्रॉन्ग ऑर्गेनाइजेशनल, कम्युनिकेशन और कनविंसिंग स्किल होनी चाहिए। सफल प्लानर बनने के लिए फैमिली के भरोसे पर खरा उतरना जरूरी होता है।
कोर्स और ट्रेनिंग
वैसे तो इस फील्ड में आने के लिए किसी विशेष एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की जरूरत नहीं होती, लेकिन ग्रेजुएशन करना अच्छा रहेगा। इंडिया में कुछ इंस्टीट्यूट्स हैं, जो वेडिंग प्लानिंग में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स संचालित करते हैं। इसके अलावा, आप होटल मैनेजमेंट, इवेंट मैनेजमेंट या फ्लोरल मैनेजमेंट जैसे कोर्स करके भी इसमें एंट्री ले सकते हैं।
स्कोप इन इंडस्ट्री
इंडिया में थीम या डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन तेजी से बढ़ा है। लोग कुछ नया या भव्य करने के लिए खुलकर खर्च कर रहे हैं, उसे देखते हुए वेडिंग प्लानर की डिमांड भी बढऩे लगी है। ऐसे में जिन्हें भी नए-नए लोगों से मिलना, उनसे कॉन्टैक्ट स्थापित करना अच्छा लगता है, उनके लिए यह एक परफेक्ट प्रोफेशन है। वे चाहें, तो फ्लोरिस्ट, केटरर, फोटोग्राफर, ट्रैवल एजेंट आदि के रूप में भी काम कर सकते हैं या फिर कंसल्टेंसी या अपना स्टार्ट-अप शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा होटल, इवेंट मैनेजमेंट कंपनीज, बैंक्वेट हॉल्स, वेडिंग प्लानर फम्र्स में भी हायरिंग होती है।
टॉप इंस्टीट्यूट्स
-कॉलेज ऑफ इवेंट्स ऐंड मीडिया, पुणे
www.coemindia.com
-नेशनल एकेडमी ऑफ इवेंट मैनेजमेंट ऐंड डेवलपमेंट, मुंबई
www.naemd.com
-तानिया-तपेल वेडिंग प्लानर ट्रेनिंग एकेडमी, मुंबई
www.tania-tapel.com
मंदी का खतरा नहीं
इंडियन वेडिंग मार्केट करीब 25 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ रहा है। मैन्युफैक्चरर्स से लेकर रिटेलर्स तक, हर कोई वेडिंग सीजन का इंतजार करता है। इसके मद्देनजर वेडिंग इंडस्ट्री में कभी मंदी नहींआ सकती है। लोग अब दिल खोलकर पैसे खर्च कर रहे हैं। ऐसे में पेशेवर वेडिंग प्लानर की डिमांड बढ़ रही है।
योगेश खांटपाल, वेडिंग प्लानर, दिल्ली
इंटरैक्शन : अंशु सिंह