पर्सनल स्टाइलिस्ट क्रिएट योर इमेज
कुछ लोग कुदरती स्टाइलिस्ट होते हैं, जबकि कुछ ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस से स्टाइलिंग सीख जाते हैं। इन दिनों अधिकांश सेलिब्रिटी, स्पोट्र्स स्टार, राजनेता या बिजनेस टायकून्स एक खास एक्सपर्ट की मदद से पब्लिक लाइफ में खुद को प्रेजेंट कर रहे हैं।
कुछ लोग कुदरती स्टाइलिस्ट होते हैं, जबकि कुछ ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस से स्टाइलिंग सीख जाते हैं। इन दिनों अधिकांश सेलिब्रिटी, स्पोट्र्स स्टार, राजनेता या बिजनेस टायकून्स एक खास एक्सपर्ट की मदद से पब्लिक लाइफ में खुद को प्रेजेंट कर रहे हैं। ये एक्सपर्ट न सिर्फ उनके लिए खरीदारी करते हैं, बल्कि उनका इस तरह से मेकओवर करते हैं कि वह पहले से कहीं ज्यादा स्ट्रॉन्ग एवं कॉन्फिडेंट नजर आते हैं। इन एक्सपट्र्स को पर्सनल स्टाइलिस्ट कहते हैं।
फैशन और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में आए बदलावों के बाद से इंडिया में पर्सनल स्टाइलिस्ट की डिमांड बढ़ गई है। नया या लीक से हटकर करने वाले फैशन पसंद युवा बड़ी तेजी से इस ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं, क्योंकि यहां ग्लैमर के साथ फाइनेंशियल स्टेबिलिटी भी है।
कौन हैं पर्सनल स्टाइलिस्ट
एक पर्सनल स्टाइलिस्ट का काम अपने क्लाइंट (एक्टर, मॉडल, कॉरपोरेट हेड्स, सोशलाइट्स) को इस तरह से ड्रेस करना होता है कि पब्लिक में उनकी स्ट्रॉन्ग इमेज पेश की जा सके। क्लाइंट ने अपने बॉडी फिजिक के अनुसार, सही कपड़े, एक्सेसरी और फुटवियर पहने हैं या नहीं, यह देखना भी इनकी ही जिम्मेदारी होती है। वे क्लाइंट के टेस्ट (पावर ड्रेसिंग, अटेंशन सीकर और डिटैच्ड ड्रेसर) का ध्यान रखकर उन्हें तैयार करते हैं। अधिकांश पर्सनल स्टाइलिस्ट क्लाइंट के वॉर्डरोब, एक्सेसरी और फुटवियर में डील करते हैं, लेकिन कई बार उनके हेयरकट और मेकअप पर भी ध्यान दिया जाता है। कुछ शॉपिंग में भी मदद करते हैं।
बेसिक स्किल्स
आपके पास धारदार इंटरपर्सनल स्किल होने के साथ अलग-अलग बैकग्राउंड, एज और जगहों से आने वाले लोगों के साथ काम करने का हुनर होना चाहिए। जिनके पास फैशन और स्टाइल सेंस होता है, जो व्यक्ति विशेष की शख्सियत के अनुसार ड्रेस, एक्सेसरी चुनने की कला जानते हैं, वे इस फील्ड में आगे बढ़ सकते हैं। वैसे, इसके लिए फैशन इंडस्ट्री के लेटेस्ट ट्रेंड्स से अपडेट रहना भी जरूरी है। उनमें क्रिएटिविटी और स्ट्रॉन्ग वर्बल कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए। जो पर्सनल स्टाइलिस्ट अपने क्लाइंट को जितना कॉन्फिडेंटली कनविंस कर लेते हैं, उनकी कामयाबी उतनी ही तेज होती है।
सबसे जरूरी बात, अगर प्रेशर में डेडलाइंस के साथ काम कर सकते हैं, तो यह आपके लिए उपयुक्त फील्ड है।
क्वालिफिकेशन
पर्सनल स्टाइलिस्ट बनने के लिए आपको किसी औपचारिक शिक्षा की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आपके पास फैशन डिजाइनिंग, स्टाइलिंग, मर्चेंडाइजिंग, मार्केटिंग या कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग में डिग्री होगी, तो करियर में प्रोग्रेस करना आसान होगा। इसके अलावा, पोर्टफोलियो बनाना सही रहेगा। इंडिया में कुछ कॉलेजेज हैं, जो पर्सनल स्टाइलिंग या इमेज कंसल्टेंसी में डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स संचालित करते हैं।
स्कोप ऐंड सटिस्फैक्शन
इंडिया के अलावा, विदेश में पर्सनल स्टाइलिस्ट्स के लिए अच्छे मौके हैं। फैशन, फिल्म एवं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के साथ ही फैशन कांशस होती जेनरेशन के बीच पर्सनल स्टाइलिस्ट्स की मांग बढ़ती जा रही है। शुरुआत में जहां एक कैंडिडेट को 20 से 40 हजार रुपये महीने मिल जाते हैं, वहीं एक्सपीरियंस होने पर यह पैकेज आसानी से बढ़ जाता है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि कैंडिडेट्स को इस पेशे में कभी बोरियत नहीं होती है, क्योंकि यहां हमेशा नए-नए लोगों से मिलना होता है, उनका मेकओवर करना होता है। इससे आपका पर्सनल कॉन्टैक्ट और नेटवर्किंग का विस्तार होता है।
टॉप इंस्टीट्यूट्स
-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
www.nid.edu/
-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली
www.nift.ac.in/delhi
-पर्ल एकेडमी ऑफ फैशन, दिल्ली
www.pearlacademy.com
इंटरैक्शन : अंशु सिंह