शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा देगा एमएसएमई से समझौता
अच्छी शिक्षा देश को विकास और उन्नति की ओर ले जाती है, साथ ही यह समाज और आम आदमी की जिन्दगी पर भी खासा प्रभाव डालती हैं और अच्छी शिक्षा के लिए शोधयुक्त वातावरण
मथुरा। अच्छी शिक्षा देश को विकास और उन्नति की ओर ले जाती है, साथ ही यह समाज और आम आदमी की जिन्दगी पर भी खासा प्रभाव डालती हैं और अच्छी शिक्षा के लिए शोधयुक्त वातावरण और सुविधाएँ की आवश्यकता होती है। हमारे देश में सफलता पाने के लिए कार्य होते तो है, परन्तु सुविधाओं के अभाव में वह रफ्तार नहीं पकड़ पाते जिनकी देश को जरूरत है। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा (उ.प्र.) छात्रों को उच्चगुणवत्तापरक शिक्षा देने के साथ-साथ अच्छे शोध कार्यो के लिए शोधार्थियों को सभी सुविधाएँ देने का भरसक प्रयास करता है, जिससे वह स्वयं एक बेहतर शिक्षार्थी के रूप में सिद्ध करते हुए देश की उन्नति व विकास में महत्ती भूमिका निभाता रहे।
एमएसएमई के मंत्रालय और जीएलए विश्वविद्यालय के बीच गतदिवस एमओयू पर हस्ताक्षर हुये। विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूश सिंघल ने बताया कि एमएसएमई और जीएलए के बीच हुआ यह समझौता शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा देगा, जिससे इस जीएलए विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भविश्य में सफलता के पथ पर अग्रसर होंगे।
प्रो. सिंघल ने बताया कि इस समझौते के द्वारा विद्यार्थी अनेक प्रकार के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें विद्यार्थी मैटेरियल की गुणवत्ता को परख सकते हैं। इसके द्वारा विद्यार्थी मैटेरियल का सही उपयोग और उससे होने वाले लाभ का सही-सही आंकलन कर सकते हैं तथा सामग्री के प्रभावपूर्ण उपयोग पर अनुसंधान भी कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि अनेक प्रकार की छात्रवृत्तियां छात्रों के प्रोत्साहन के लिए दी जायेंगी, जिससे विद्यार्थियों का शिक्षण-प्रशिक्षण के क्षेत्र में रूझान बढे़गा और वो अपना बेहतर भविश्य निर्माण कर सकते हैं।
यह समझौता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दुर्ग सिंह चैहान, प्रतिकुलपति प्रो. आनंद मोहन अग्रवाल, प्रिंसिपल डायरेक्टर आर. पन्नीरसेल्बम् एवं एमएसएमई के सहायक निदेशक पी.आर. जोशी की उपस्थिति में संपन्न हुआ।