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ऐसे ले 3डी व‌र्ल्ड में एंट्री

आज ऐड व‌र्ल्ड से लेकर फिल्मों तक में 3डी तकनीक का जमकर इस्तेमाल हो रहा है। यही हाल तकरीबन हर सेक्टर में देखा जा रहा है। करियर की दृष्टि से देखें, तो इस क्षेत्र में भरपूर संभावनाएं मौजूद हैं.. आज एनिमेशन की दुनिया में भारत काफी आगे निकल चुका है। खासकर अब तो भारत की

By Edited By: Published: Wed, 09 Apr 2014 01:06 PM (IST)Updated: Wed, 09 Apr 2014 01:06 PM (IST)
ऐसे ले 3डी व‌र्ल्ड में एंट्री

आज ऐड व‌र्ल्ड से लेकर फिल्मों तक में 3डी तकनीक का जमकर इस्तेमाल हो रहा है। यही हाल तकरीबन हर सेक्टर में देखा जा रहा है। करियर की दृष्टि से देखें, तो इस क्षेत्र में भरपूर संभावनाएं मौजूद हैं..

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आज एनिमेशन की दुनिया में भारत काफी आगे निकल चुका है। खासकर अब तो भारत की 3डी एनिमेशन फिल्मों में चर्चा विदेश में भी होने लगी हैं। इन दिनों रजनीकांत की फिल्म कोचडयान काफी चर्चा में है। यह 3डी फिल्म है। इसमें एनिमेशन का भी भरपूर इस्तेमाल हुआ है। वैसे, पिछले साल 'दिल्ली सफारी' और 'हे कृष्णा' को भी भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए भेजा गया था। ये दोनों 3डी एनिमेशन फिल्में थीं। दरअसल, 3डी एनिमेशन का ऐसा क्षेत्र है, जहां युवाओं के लिए भरपूर मौके हैं। आज तो एनिमेशन के अलावा, विज्ञापनों में भी 3डी एनिमेशन का इस्तेमाल होने लगा है। इसके अलावा, बड़े पर्दे पर भी 3डी एनिमेशन फिल्मों का जलवा देखा जा सकता है। अगर आप क्रिएटिव हैं, तो इस फील्ड में शानदार करियर बना सकते हैं।

क्या है 3डी एनिमेशन?

3डी एनिमेशन सॉफ्टवेयर आधारित कोर्स है, जिसमें 3डी स्टूडियो मैक्स, माया, सॉफ्ट इमेज आदि प्रमुख हैं। दरअसल, 3डी स्टूडियो मैक्स, माया, सॉफ्ट इमेज सॉफ्टवेयर्स की मदद से रीयल लाइफ इमेज बना सकते हैं। इसमें तीन डायमेंशन (एक्स, वाई और जेड) होते हैं। इसमें पहले मॉडलिंग के जरिए वस्तु का निर्माण करते हैं। फिर एनिमेशन से उसे मूव कराते हैं। आजकल कैरेक्टर एनिमेशन का जमाना है, जिसमें वस्तु को बनाकर उसमें गति प्रदान की जाती है। एनिमेशन में कई तरह की तकनीकी उपयोग में लाई जाती हैं, जिसमें मुख्य रूप से पारंपरिक एनिमेशन, स्टॉप मोशन एनिमेशन, रोटोस्कोपिंग एनिमेशन, कम्प्यूटर जेनरेटेड 3डी एनिमेशन, क्लेमेशन आदि प्रमुख हैं। कम्प्यूटर में 3डी एनिमेशन के उपयोग से कार्य करने की गति कई गुना बढ़

गई है।

3डी व‌र्ल्ड में एंट्री

12वींके बाद एनिमेशन से संबंधित डिप्लोमा और डिग्री कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। कई संस्थानों में 45 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं पास कैंडिडेट्स को ही स्नातक कोर्स में एडमिशन दिया जाता है। इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर (आईडीसी), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन जैसे संस्थानों में आर्किटेक्चर, टेक्नोलॉजी ऐंड इंजीनियरिंग, फाइन आर्ट में ग्रेजुएट स्टूडेंट्स ही अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा, डिजाइनिंग कैरेक्टर एनिमेशन, गेमिंग इत्यादि में शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी कराए जाते हैं। आप इस फील्ड में 3डी या 2डी मॉडेलर, स्पेशल एफएक्स क्रिएटर, एनिमेटोर, कैरेक्टर डिजाइनर, गेम डिजाइनर, इंटरैक्शन डिजाइनर आदि में स्पेशलाइजेशन कर सकते है। क्रिएटिव लोगों के लिए इस फील्ड में चांसेज बहुत ज्यादा हैं।

एनिमेशन का बाजार और संभावनाएं

एनिमेशन ऐसा करियर है, जिसमें संभावनाओं की कमी नहीं है। डिजिटल दौर में अलग-अलग क्षेत्रों में एनिमेशन के बढ़ते इस्तेमाल के कारण इस क्षेत्र में नौकरियां तेजी से बढ़ रही हैं। फिल्मों के अलावा, गेमिंग, वेब डिजाइनिंग, मेडिकल, प्रिंटिंग, रियल एस्टेट इत्यादि क्षेत्रों में एनिमेशन आज महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आज दुनियाभर में एनिमेशन का बाजार बहुत तेजी से फैल रहा है। पिछले कुछ वर्र्षो में भारत ने भी इस फील्ड ने नया मुकाम हासिल किया है। आज पोस्ट प्रोडक्शन हाउस, स्टूडियो, टीवी चैनलों, एड एजेंसियों, वेब कंपनियों और गेम्स इंडस्ट्री में एनिमेशन से जुड़ी नौकरियों की भरमार है। आज आर्किटेक्चर, मूवी प्रोडक्शन, ई-लर्निंग जैसे सभी क्षेत्रों में एनिमेशन की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा, इसमें सबसे अच्छी बात तो यह है कि शॉर्ट टर्म स्पेशलाइज्ड कोर्स करके भी स्टूडेंट्स 15-20 हजार रुपये प्रति माह आसानी से हासिल कर सकते हैं। इसमें कुछ समय के अनुभव के बाद ग्रोथ की संभावनाएं भी अच्छी रहती हैं। वैसे, फिल्मों में रॉ-वन, डॉन 2 और इससे पहले रोबोट व अन्य कई फिल्मों में स्पेशल इफेक्ट्स के लिए एनिमेशन का जबरदस्त इस्तेमाल हुआ है और आगे भी इस तरह का ट्रेंड बढ़ते रहने की संभावना है। आज कार्टून नेटवर्क, पोगो, हंगामा, निक आदि चैनलों पर कार्टून देखने के लिए बच्चे दिनभर टीवी खोलकर बैठे रहते हैं। इन्हें बनाने के लिए एक्सपर्ट की डिमांड भी एनिमेशन इंडस्ट्री में बढ़ी है। विज्ञापनों में भी एनिमेशन का प्रयोग जमकर हो रहा है। इसके साथ ही कम्प्यूटर पर एनिमेशन गेम बनाने के लिए आज बड़ी-बड़ी कंपनियां मैदान में हैं, जहां ट्रेंड प्रोफेशनल्स की आवश्यकता बड़ी संख्या में है।

कैसे बनती है 3डी फिल्मे

3डी एनिमेशन फिल्म को बनाने के लिए कई स्तर पर कार्य होते हैं। सबसे पहले स्क्रिप्ट आपके जेहन में साफ होना चाहिए। फिर इसके हिसाब से कैरेक्टर्स का खाका तैयार किया जाता है। इसके बाद कैरेक्टर्स और कहानी के हिसाब से फिल्म के एनिमेशन तैयार किए जाते हैं। इसके अलावा, फिल्म से जुड़े कुछ अन्य पहलुओं, जैसे- लाइटिंग, स्क्रिप्ट, डायनेमिक्स, वॉयस रिकॉर्डिंग, डिजिटल एडिटिंग के जरिए एनिमेशन फिल्म तैयार होती है। इस फील्ड में एनिमेशन से जुड़ी तकनीकी बारीकियों की समझ आपकेलिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

(जागरण फीचर)


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