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आईआईटी में एंट्री का राज

आईआईटी में पढ़ रहे स्टूडेंट्स ने खोले आईआईटी में पहुंचने के राज, जागरणजोश डॉट कॉम द्वारा कराये गए सर्वेक्षण में बाहर आए कई दिलचस्प तथ्य...

By deepali groverEdited By: Published: Fri, 26 Dec 2014 11:09 AM (IST)Updated: Fri, 26 Dec 2014 11:45 AM (IST)
आईआईटी में एंट्री का राज

आईआईटी में पढ़ रहे स्टूडेंट्स ने खोले आईआईटी में पहुंचने के राज, जागरणजोश डॉट कॉम द्वारा कराये गए सर्वेक्षण में बाहर आए कई दिलचस्प तथ्य...

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भारत की नंबर वन एजुकेशन वेबसाइट जागरणजोश डॉट कॉम द्वारा देश के सर्वोच्च शिक्षा संस्थानों में से एक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी, कानपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों के बीच आईआईटी प्रवेश परीक्षा के संदर्भ में कराए गए सर्वेक्षण में कई दिलचस्प तथ्य सामने आए हैं।

सर्वेक्षण में संस्थान के 55 छात्रों ने हिस्सा लिया। इन स्टूडेंट्स से उनकी तैयारी के आरंभ से लेकर उनके आईआईटी-जेईई प्रवेश परीक्षा में प्राप्त रैंक, विषय चयन एवं संस्थान की प्राथमिकता आदि से संबंधित प्रश्न पूछे गए।

11वीं से एग्जाम की तैयारी

सर्वेक्षण के माध्यम से यह जानकारी मिली कि देश की सर्वाधिक कठिन मानी जाने वाली इस इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा को अपना लक्ष्य निर्धारित कर चुके 63 प्रतिशत छात्र अपनी तैयारी का आरंभ 11वीं कक्षा से शुरू कर देते हैं। इन छात्रों में से 53 प्रतिशत ने जेईई-मेन के संदर्भ में टेस्ट सीरीज को महत्वपूर्ण माना और इनमें से ज्यादातर ने टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया। दो-तिहाई छात्रों ने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक विषय की एक मानक पुस्तक एवं कोचिंग संस्थानों की सामग्री के साथ-साथ विषय से संबंधित एनसीइआरटी की 12वीं कक्षा की पुस्तकों का अध्ययन सफलता के लिए

पर्याप्त है।

उपयोगी पुस्तकें

सर्वे के दौरान मानक पुस्तकों के रूप में छात्रों ने निम्नांकित पुस्तकों को सफलता के लिए उपयोगी बताया :

फिजिक्स : एच. सी. वर्मा

न्यूमेरिकल्स : आई.इर्डोव की पुस्तक

केमिस्ट्री : आर.सी. मुखर्जी

मैथमेटिक्स : हॉल एंड नाइट तथा एम.एल. खन्ना

सर्वेक्षण में शामिल अधिकतर छात्रों का मानना था कि पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल करने से परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के स्तर को समझने में सहायता मिलती है।

इस सर्वेक्षण से यह बात भी निकलकर सामने आई कि अधिकतर छात्रों ने अपनी तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों की मदद तो ली, परंतु उनमें से कई छात्रों ने छोटी कोचिंग संस्थानों (कम प्रसिद्ध) के जरिए तैयारी की, जबकि लगभग 40 प्रतिशत छात्रों ने ऑनलाइन कोचिंग को अपनी तैयारी का माध्यम बनाया।

4-5 घंटे स्टडी

सर्वेक्षण के माध्यम से यह भी पता चला की आईआईटी की तैयारी के लिए रोजाना 4-5 घंटे की पढ़ाई पर्याप्त है। अधिकतर छात्रों ने केमिस्ट्री को सबसे कठिन विषय मानते हुए उसे तैयारी के लिए सबसे अधिक समय दिया।

आईआईटी कानपुर में अध्ययनरत और सर्वेक्षण के प्रतिभागी स्टूडेंट्स का मानना है कि ऑनलाइन उपलब्ध अध्ययन सामग्रियां, वीडियो, संक्षिप्त टिप्पणी, पिछले साल के प्रश्नपत्र, टॉपर्स के साक्षात्कार आदि जेईई की तैयारी में निर्णायक साबित होती हैं।


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