ONLINE Education करें जॉब-ऑरिएंटेड कोर्स
बीए प्रथम वर्ष का छात्र हूं। जॉब के लिए कौन-सा डिप्लोमा कोर्स करना अच्छा होगा।
वैभव कुमार, बरेली
वर्तमान युग में अच्छी नौकरी पाने के लिए बेहतर होगा कि आप बीए करने के साथ-साथ पार्टटाइम के रूप में कोई टेक्निकल कोर्स भी कर लें। ऐसे कोर्स एक से दो साल में किए जा सकते हैं और तब तक आप बीए भी पूरा कर लेंगे। इससे आपको नौकरी हासिल करने में दोनों का लाभ होगा। आप रिटेल मैनेजमेंट या कम्प्यूटर से संबंधित तकनीकी कोर्स कर सकते हैं। अच्छा होगा, यदि आप अपनी रुचि को ध्यान में रखते हुए ही कोई कोर्स करें।
एक्टिंग सीखना चाहता हूं। कृपया मुझे भारत के टॉप एक्टिंग स्कूल या कॉलेज के बारे में बताएं। यह भी बताएं कि कोर्स कितने साल का है और इस पर खर्च कितना आएगा?
रितेश सक्सेना (ई-मेल से)
एक्टिंग में करियर बनाने के लिए आप में अभिनय संबंधी मौलिक गुणों का होना जरूरी है। अपनी योग्यता को आप कोर्स करके और निखार सकते हैं। देश में एक्टिंग का कोर्स कराने वाली कई संस्थाएं हैं, जहां ग्रेजुएशन के बाद एडमिशन ले सकते हैं। इनमें प्रमुख हैं- नई दिल्ली स्थित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, कोलकाता स्थित सत्यजित राय फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट आदि। एनएसडी भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का स्वायत्त संस्थान तथा एफटीआईआई और एसआरएफटीआई सूचना व प्रसारण मंत्रालय के अधीन कार्यरत प्रशिक्षण संस्थान हैं। एनएसडी में एक्टिंग में तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स है। इसमें कुल 20 सीटें हैं। इसमें 18 से 30 साल की उम्र के ग्रेजुएट युवा प्रवेश ले सकते हैं। एससी व एसटी अभ्यर्थियों के लिए उम्र में पांच साल की छूट है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए सूचना हर साल फरवरी में देश के प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाती है। कोर्स का माध्यम हिन्दी व अंग्रेजी है। एफटीआईआई, पुणे में फिल्म एवं टेलीविजन में तीन साल का डिप्लोमा कोर्स है, जिसके लिए शैक्षिक योग्यता ग्रेजुएट है। यहां एक्टिंग में दो साल का डिप्लोमा कोर्स भी है। एसआरएफटीआई, कोलकाता में भी तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन सिनेमा नाम से कोर्स उपलब्ध है।
ऑनलाइन एजूकेशन के अंतर्गत कौन-कौन से जॉब ओरिएंटेड कोर्स किए जा सकते हैं? ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध कराने वाले प्रमुख संस्थानों के बारे में बताएं।
महेन्द्र ठाकुर, दरभंगा
इन दिनों पत्राचार द्वारा घर बैठे अथवा मुक्त विश्वविद्यालय योजना अंतर्गत नजदीक के स्टडी सेंटर में तथा घर बैठे ऑनलाइन एजुकेशन के बहुत से विकल्प हैं। ऑनलाइन पर लगभग सभी जॉब ओरिएंटेड कोर्स हैं, जैसे- प्रबंधन, आईटी और इंजीनियरिंग में पीजी डिप्लोमा कोर्स, मार्केटिंग प्रबंधन, जनसंपर्क में डिप्लोमा, एडवरटाइजिंग, प्रबंधन और कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा, आईटी मार्केटिंग, फाइनेंस, ई-कॉमर्स आदि में सर्टिफिकेट कोर्स। ज्यादातर ऑनलाइन कोर्स डिस्टेंस एजुकेशन कोर्स और रेगुलर कोर्स से 25 से 50 फीसदी सस्ते पडते हैं। भारत में इन कोसरें को मान्यता प्रदान करने वाले प्रमुख संस्थान हैं-
(1) इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी,
(2) मणिपाल एकादमी ऑफ हायर एजूकेशन
(3) आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन,
(4) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवरटाइजिंग
(5) इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, गाजियाबाद
(6) आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट
स्टडीज। ओपन लर्निंग डॉट कॉम और टेक एजूकेशन डॉट कॉम जैसे पोर्टल इसी उद्देश्य से लॉन्च किए गए हैं। यह पोर्टल कई संस्थानों से मिलकर कई प्रकार के ऑनलाइन कोर्स साइबर स्पेस में करा रहे हैं। इसके अलावा अन्य प्रमुख संस्थान हैं- (1) अन्नामलाई यूनिवर्सिटी (2) ई-लर्नर डॉट कॉम, (3) सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज, (4) माइक्रोसॉफ्ट ई-लर्न, (5) एपटेक्स ऑनलाइन वर्सिटी (6) ई-गुरुकुल डॉट कॉम, (7) सेंटर फॉर एजूकेशनल लीडरशिप एंड टेक्नोलॉजी, (8) एनआईआईटीस नेट वर्सिटी, (9) स्कूलनेट (10) क्लासटीचर डॉट कॉम।
टेलीकॉम इंजीनियरिंग के बारे में बताएं। टेलीफोन, मोबाइल के तकनीकी पहुलुओं का एक्सपर्ट बनकर मोबाइल कंपनी में इंजीनियर बनना चाहता हूं।
प्रसन्न, देवरिया
देश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों व संस्थानों में बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्युनिकेशन), बीई (इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्युनिकेशन), बीटेक (टेलीकॉम इंजीनियरिंग), बीएससी, एमबीए, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा टेलीकॉम, पीजी डिप्लोमा मोबाइल एंड ऑप्टिकल टेक्नोलॉजी जैसे अनेक जॉब ओरिएंटेड पाठ्यक्रम हैं। एमबीए (टेलीकॉम) पाठ्यक्रम मोबाइल कंपनियों की जरूरतों के मद्देनजर चलाया जा रहा है इसलिए इसमें 70 प्रतिशत अध्ययन मैनेजमेंट का है और 30 प्रतिशत अध्ययन टेलीकॉम इंजीनियरिंग का है। एमटेक (टेलीकॉम इंजीनियरिंग), एमई (रिसर्च) आदि पाठ्यक्रम दो-दो वषरें में किया जा सकता है। बीटेक और बीई के लिए बारहवीं (पीसीएम), एमबीए और पीजी डिप्लोमा मोबाइल और ऑप्टिकल टेक्निक के लिए विज्ञान व इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट, एमई और एमटेक संबंधित ट्रेड में बीटेक और बीई होना चाहिए।
अरुण श्रीवास्तव