ENJOY YOUR PASSION ब्राइट होगा करियर
12वीं 65 परसेंट और बीए 58 परसेंट से पास करने के बाद इंग्लिश लिटरेचर से एमए कर रही हूं। बीएड करके जूनियर क्लासेज की टीचर बनना चाहती हूं, पर कुछ लोग कहते हैं कि इसकी कोई वैल्यू नहीं। इंग्लिश और ज्योग्राफी मेरे फेवरेट सब्जेक्ट हैं। दो साल से टीचिंग कर
12वीं 65 परसेंट और बीए 58 परसेंट से पास करने के बाद इंग्लिश लिटरेचर से एमए कर रही हूं। बीएड करके जूनियर क्लासेज की टीचर बनना चाहती हूं, पर कुछ लोग कहते हैं कि इसकी कोई वैल्यू नहीं। इंग्लिश और ज्योग्राफी मेरे फेवरेट सब्जेक्ट हैं। दो साल से टीचिंग कर भी रही हूं, पर मेरी प्रॉब्लम यह है कि इंग्लिश में मेरी कम्युनिकेशन अच्छी नहीं है। मैं क्या करूं? प्लीज यह भी बताएं कि एनटीटी क्या है और इससे क्या बेनिफिट है?
नेहा बाजपेयी
अगर आपको टीचिंग पसंद है और आप इसमें आगे भी बढऩा चाहती हैं, तो निगेटिव बातें करने वाले लोगों की बातों को अनसुना कर दें। देश की विशाल आबादी को देखते हुए टीचिंग में स्कोप कभी कम नहीं होगा। नर्सरी-प्राइमरी स्कूलों से लेकर कॉलेजों-विश्वविद्यालयों तक में आने वाले दिनों में टीचर्स की लगातार नियुक्तियां होनी तय हैं। अगर आप अपने पैशन को इंज्वॉय करना चाहती हैं, तो टीचिंग आपके लिए बेस्ट हो सकता है। जूनियर क्लासेज में टीचर बनने के लिए आपको बीएड करना जरूरी है। इसके बाद आपको सीटीईटी या टीईटी क्वालिफाई करना होगा। हां, नर्सरी क्लासेज में टीचिंग करना चाहती हैं, तो आपको बीटीसी (बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट) या एनटीटी (नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग) का कोर्स करना होगा। ये दोनों कोर्स सरकारी के साथ-साथ निजी शिक्षा संस्थानों में भी चलाए जा रहे हैं। जहां तक कम्युनिकेशन को बेहतर बनाने की बात है, तो आप इसके लिए बंद कमरे में बोलने की प्रैक्टिस से शुरुआत कर सकती हैं। एक-दो महीने की रेगुलर प्रैक्टिस से आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। इसके बाद आप अपने फ्रेेंड्स के बीच इंग्लिश में बात करने का सिलसिला आरंभ करें। उन्हें भी इसके लिए प्रेरित करें। इंग्लिश कम्युनिकेशन के लिए अपने मन से डर को पूरी तरह निकाल दें और इसे इंज्वॉय करें।
रटें नहीं, कॉन्सेप्ट क्लियर करें
मेरे 10वीं में 66.8 और आइएससी में 55.4 परसेंट माक्र्स हैं। मुझे आइपीएस की तैयारी के बारे में बताएं।
गोविंद पाठक
आइपीएस सिविल सर्विसेज का ही एक पार्ट है। सिविल सेवा के तहत आइएएस, आइपीएस, आइएफएस और एलायड सर्विसेज के लिए चयन होता है। यह चयन संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी द्वारा सिविल सर्विसेज एग्जाम के जरिए किया जाता है। हर साल आयोजित किए जाने वाले इस एग्जाम में अपीयर होने के लिए किसी भी स्ट्रीम (किसी भी ग्रेड में) से ग्रेजुएट होना जरूरी है। साथ ही, उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए। इस एग्जाम के तीन पार्ट होते हैं, पहला, प्रिलिमिनरी एग्जाम (ऑब्जेक्टिव क्वैश्चंस पर आधारित), दूसरा, मेन एग्जाम (इसमें चार जीएस और एक एस्से का कंपल्सरी पेपर, एक ऑप्शनल सब्जेक्ट के दो पेपर तथा जनरल अंग्रेजी व जनरल हिंदी के क्वालिफाइंग कंपल्सरी पेपर डिस्क्रिप्टिव टाइप) और तीसरा इंटरव्यू। प्रिलिम्स क्वालिफाई करने वाले कैंडिडेट्स मेन्स के लिए आवेदन करते हैं। मेन्स क्लियर करने वाले इंटरव्यू के लिए कॉल किए जाते हैं। इस एग्जाम की तैयारी के लिए आपको अभी से एनसीईआरटी की
12वीं तक की किताबों से जीएस की तैयारी
करनी चाहिए।
साथ ही, यूपीएससी की लिस्ट से अपनी पसंद का एक ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनकर (चाहे उसे ग्रेजुएशन में पढ़ा हो या नहीं) उसकी भी तैयारी आरंभ कर देनी चाहिए। रटने की बजाय किसी भी विषय पर कॉन्सेप्ट क्लियर करें, ताकि आपके सोचने-समझने की क्षमता डेवलप हो सके।
मैथ्स को करें इंज्वॉय
मैं एक निर्धन परिवार से हूं और नौवीं क्?लास में पढ़ रहा हूं। मैं एक मैथमेटिशियन बनना चाहता हूं। इसके लिए दिन-रात मेहनत करने को तैयार हूं। अपने सपने को पूरा करने के लिए मुझे क्?या करना होगा? बलराम कुमार राम
मैथमेटिशियन बनने के लिए आपको गणित को इंज्वॉय करना होगा। यह काम आप इसमें डूब कर और सॉल्यूशन के नये और ट्रिकी तरीके निकाल कर ही कर सकते हैं। अभी से प्रैक्टिस शुरू कर दें। कुछ समय बाद जब मैथ्स पर पकड़ बनने लगे, तो जूनियर स्टूडेंट्स को मैथ्स की ट्यूशन देकर अपने खर्चे निकालें। इससे आपको डबल फायदा हो सकता है। स्ट्रेटेजी बनाकर सही दिशा में मेहनत करें। पहले बेसिक पढ़ाई पूरी करें और फिर बीएससी, एमएससी और पीएचडी तक का सफर पूरा करने के साथ-साथ मैथ्स में इनोवेशन से अपनी पहचान बनाएं।
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अरुण श्रीवास्तव