पसंद की पढ़ाई से बनाएं करियर
बारहवीं के बाद तमाम स्टूडेंट्स और उनके गार्जियंस इस बात को लेकर हैरान-परेशान होते हैं कि आगे क्या करें? ऐसा क्या पढ़ें, जिससे कि उनका करियर चमकदार बन सके? खुद से कोई फैसला न कर पाने के कारण ही आमतौर पर दूसरों से प्रभावित होकर उनका अनुसरण करने को मजबूर होते हैं। दरअसल, अधिकतर स्टूडेंट्स को अपनी रुचि
बारहवीं के बाद तमाम स्टूडेंट्स और उनके गार्जियंस इस बात को लेकर हैरान-परेशान होते हैं कि आगे क्या करें? ऐसा क्या पढ़ें, जिससे कि उनका करियर चमकदार बन सके? खुद से कोई फैसला न कर पाने के कारण ही आमतौर पर दूसरों से प्रभावित होकर उनका अनुसरण करने को मजबूर होते हैं। दरअसल, अधिकतर स्टूडेंट्स को अपनी रुचि और काबिलियत के बारे में सही-सही पता ही नहीं होता। उनके गार्जियन भी इस बारे में उनकी कोई मदद नहीं कर पाते। नतीजा यह होता है कि अपने दोस्तों, सहपाठियों या फिर इलाके की परंपरा को देखते हुए बनी-बनाई राह पर ही चल पड़ते हैं। चाहे उसमें उनकी रुचि हो या नहीं। हिंदी बेल्ट में तो दशकों से यही परंपरा देखी जा रही है। बिरले ही होते हैं, जो अपनी पसंद की अलग राह पकड़ते हैं। नई राहों के अन्वेषी ऐसे लोग आत्मविश्वास से भरे होते हैं। उन्हें इस बात का अच्छी तरह अंदाजा होता है कि किस राह पर चलने से उन्हें जोरदार कामयाबी मिल सकती है। करियर की चमकदार राह पर हर कोई चल सकता है, लेकिन इसके लिए जड़ता की स्थिति को खत्म करके नई राह पर चलने की खुद पहल करनी होगी। अपने को हर समय जागरूक रखना होगा। दिमाग की खिड़कियां और दरवाजे खोलकर रखने होंगे, ताकि हर तरफ से जानकारियां मिलती रहें। इसके अलावा, इस बार बारहवीं पास करने वाले स्टूडेंट्स को भी सबसे पहले खुद को अच्छी तरह टटोलना चाहिए। आखिर कोई न कोई खूबी तो उनके भीतर भी होगी ही। तो फिर क्यों न इस खूबी को तलाश कर उसे ही निखारने की कोशिश करें। आज के समय में सिर्फ डॉक्टर, इंजीनियर, आइएएस-आइपीएस या पीसीएस, वकील, पत्रकार जैसे पेशे ही नहीं, ऐसे तमाम नए प्रोफेशन भी सामने आ गए हैं, जिनमें तरक्की की बेशुमार संभावनाएं हैं। आज हायर एजुकेशन के लिए सीए, सीएस, बीसीए-एमसीए, हॉस्पिटैलिटी, आर्म्ड फोर्सेज-पैरा मिलिट्री फोर्सेज, एनिमेशन-गेमिंग एक्सपर्ट्स, वेब डेवलपर, ग्राफिक डिजाइनर, इलस्ट्रेटर जैसे तमाम ऑप्शंस हैं, जबकि शॉर्ट-टर्म जॉब ओरिएंटेड कोर्स के रूप में क्लाउड बेस्ड हार्डवेयर नेटवर्किंग इंजीनियर, मोबाइल इंजीनियर, एसी-फ्रिज इंजीनियर, प्लम्बिंग, इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक, जेसीबी ऑपरेटर, डंपर ऑपरेटर, साइट सुपरवाइजर जैसे तमाम ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें बड़ी संख्या में स्किल्ड लोगों की जरूरत हर समय होती है। जरूरत बस खुद की क्षमता और योग्यता को जानकर कदम आगे बढ़ाने की है..ईमानदारी और मेहनत से सही दिशा में किया गया प्रयास तरक्की की ओर ही ले जाता है।
संपादक
दिलीप अवस्थी