कंटेंट मार्केटिंग
एडवर्टाइजिंग का तरीका बदल रहा है। प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग सिर्फ विज्ञापनों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि टीवी शोज से लेकर फिल्मी कलाकार तक कंपनीज के प्रोडक्ट्स को प्रमोट कर रहे हैं। कोका कोला, कैडबरी जैसी कंपनियां हर उम्र के कस्टमर्स को टारगेट में रखकर विज्ञापन कैंपेन्स डिजाइन कर
एडवर्टाइजिंग का नया अंदाज
एडवर्टाइजिंग का तरीका बदल रहा है। प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग सिर्फ विज्ञापनों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि टीवी शोज से लेकर फिल्मी कलाकार तक कंपनीज के प्रोडक्ट्स को प्रमोट कर रहे हैं। कोका कोला, कैडबरी जैसी कंपनियां हर उम्र के कस्टमर्स को टारगेट में रखकर विज्ञापन कैंपेन्स डिजाइन कर रही हैं, जिसे नाम दिया गया है कंटेंट मार्केटिंग। इंडिया में डिजिटल मार्केटिंग सेक्टर वैसे ही मिलियन डॉलर इंडस्ट्री का रूप ले चुकी है। ऐसे में टेकसैवी और इनोवेटिव सोच रखने वाले यूथ का रुझान इस ओर बढ़ा है। अगर आपके पास भी कुछ यूनीक क्रिएटिव आइडियाज हैं, तो कंटेंट मार्केटिंग में पहचान बना सकते हैं।
क्या है कंटेंट मार्केटिंग?
ट्रेडिशनल और मॉडर्न मार्केटिंग के कॉम्बिनेशन को कंटेंट मार्केटिंग कहते हैं। इसमें प्रिंट, टेलीविजन, सोशल और ऑनलाइन मीडिया के जरिए क्रिएटिव कंटेंट को प्रमोट किया जाता है। कंटेंट ऐसा होता है, जिससे कि कस्टमर्स की दिलचस्पी ब्रांड्स या क्लाइंट्स में उत्पन्न हो। उन्हें इंडस्ट्री के ट्रेंड्स की पूरी जानकारी मिल सके। सूचना का यह संप्रेषण सोशल मीडिया, मोबाइल मैसेज, टीवी विज्ञापन, ऑनलाइन एडवर्टिजमेंट, किसी भी माध्यम से हो सकता है।
कस्टमर्स को सहूलियत
कंटेंट मार्केटिंग ने कंपनीज के साथ-साथ कस्टमर्स की लाइफ को आसान बनाने में भी काफी मदद की है। पहले घूमने जाने के लिए लोगों को ट्रैवल एजेंट्स के दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन आज इंटरनेट पर एक क्लिक से तमाम ट्रैवल रिलेटेड वेबसाइट्स मिल जाते हैं जो आपकी हॉलीडे प्लानिंग को आसान बनाते हैं।
इसी तरह अगर आपको कोई कार या बाइक खरीदनी होती है, तो आप ऑनलाइन ही उसके फीचर्स, माइलेज आदि की जानकारी हासिल कर लेते हैं। यहां तक कि कीमत की तुलना भी इंटरनेट या स्मार्टफोन पर कर ली जाती है। असल में यह सब कंटेंट मार्केटिंग का ही कमाल है कि कस्टमर्स अपनी सुविधानुसार हर काम कम समय में और बिना भागदौड़ के पूरा कर सकता है।
मार्केट में संभावनाएं
मौजूदा समय में आइटी, एंटरटेनमेंट और ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में कंंटेंट मार्केटिंग प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड है। आप प्रोडक्शन, मीडिया हाउस, एडवर्टिजमेंट एजेंसी से भी जुड़ सकते हैं। इसके साथ ही सर्च इंजन मार्केटिंग, कंटेंट या वेब राइटर, ऑनलाइन मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, ग्राफिक डिजाइनर, कॉपी राइटर, इलस्ट्रेटर, डिजाइनर, वेब मास्टर, सोशल मीडिया स्पेशलिस्ट आदि के रूप में भी काम कर सकते हैं।
स्किल्स ऐंड क्वालिफिकेशंस
कंटेंट मार्केटिंग के क्षेत्र में सफलता के लिए आपके पास राइटिंग स्किल के साथ-साथ क्रिएटिव आइडियाज होने चाहिए, क्योंकि मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ रहा है। आपका ऐड कैंपेन जितना प्रभावशाली और दिलचस्प होगा, कस्टमर्स उस पर उतना ही ध्यान देंगे।
इसके अलावा, आपको प्रेशर के अंदर, डेडलाइन के तहत काम करना आना चाहिए। किसी भी स्ट्रीम के यूथ ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन के बाद इस सेक्टर में करियर बना सकते हैं। हालांकि, ऑनलाइन मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के पास मार्केटिंग, सेल्स और बिजनेस की नॉलेज के साथ-साथ साइबर रेगुलेशंस की जानकारी होनी चाहिए। ऐसे में आप एमबीए करके इसमें प्रवेश ले सकते हैं। इंडिया में फिलहाल कंटेंट मार्केटिंग से रिलेटेड ऑनलाइन कोर्स ही हैं। लेकिन डिजिटल और सोशल मीडिया मार्केटिंग से रिलेटेड कोर्स कई इंस्टीट्यूट्स ऑफर करते हैं।
कंटेंट ही करता है अट्रैक्ट
आज लोगों को साधारण नहीं, बल्कि इंट्रेस्टिंग अंदाज में जानकारी चाहिए, इसलिए वे विज्ञापनों के कंटेंट पर विशेष ध्यान देते हैं। कंटेंट जितना वैल्यूएबल होता है, उसे जितने क्रिएटिव तरीके से पेश किया जाता है, लोगों का उतना ही ब्रांड या प्रोडक्ट के प्रति विश्वास गहरा होता है। कंटेंट मार्केटिंग के प्रोफेशनल्स को ऐड कैैंपेन की स्ट्रेटेजी डिजाइन करने से लेकर मार्केटिंग, ब्रांडिंग, विजुअल इमैजिनेशन, कंटेंट क्रिएशन सभी पहलुओं पर ध्यान देना होता है। शुरुआत में 25 से 30 हजार रुपये महीने मिल जाते हैं, जबकि अनुभव बढऩे के साथ आप महीने में दो से तीन लाख रुपये कमा सकते हैं।
चेतन देशपांडे
इंटरनेट मार्केटिंग कोच ऐंड कंसल्टेंट, मुंबई
टॉप इंस्टीट्यूट्स
-डिजिटल एकेडमी इंडिया,गुडग़ांव
www.digitalacademyindia.com
-एनआइआइटी, दिल्ली
www.niit.com
-इंटरनेट ऐंड मोबाइल रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु
www.imri.in
-डिजिटल विद्या, दिल्ली
www.digitalvidya.com
इंटरैक्शन : अंशु सिंह