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स्मार्ट स्ट्रेटेजी से पाएं सफलता

डॉक्टर बनने का रास्ता एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमस जैसे कोर्सेज से होकर जाता है। इसके लिए आपको ऑल इंडिया प्री- मेडिकल टेस्ट एग्जाम क्वालिफाई करना होता है। मेरिट के बेस पर आपको इन कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। तीन मई को होने वाले इस एग्जाम में ऑब्जेक्टिव टाइप के 180

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 18 Feb 2015 12:19 PM (IST)Updated: Wed, 18 Feb 2015 12:22 PM (IST)
स्मार्ट स्ट्रेटेजी से पाएं सफलता

डॉक्टर बनने का रास्ता एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमस जैसे कोर्सेज से होकर जाता है। इसके लिए आपको ऑल इंडिया प्री- मेडिकल टेस्ट एग्जाम क्वालिफाई करना होता है। मेरिट के बेस पर आपको इन कोर्सेज में एडमिशन मिलता है। तीन मई को होने वाले इस एग्जाम में ऑब्जेक्टिव टाइप के 180 क्वैश्चंस पूछे जाते हैं। इसमें तीन सेक्शंस होते हैं, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी। यह एग्जाम क्वालिफाई करने के लिए केवल इंटेलिजेंस ही काफी नहींहै। इसके लिए अच्छी स्ट्रेटेजी भी जरूरी है।

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ये हैं स्कोरिंग चैप्टर्स

फिजिक्स : मॉडर्न फिजिक्स, सिंपल सर्किट, मैकेनिक्स, ऑप्टिक्स, हीट, मैग्नेटिज्म और वेव्स

केमिस्ट्री : रिएक्शन मैकेनिज्म, कॉम्प्लेक्स कंपाउंड, केमिकल बॉन्डिंग, पॉलिमर, एरोमैटिक कंपाउंड, केमिकल इक्विलिब्रियम

बायोलॉजी : क्लासीफिकेशन, एनिमल फिजियोलॉजी, एंजियोस्पर्म, एप्लीकेशन बायोलॉजी जेनेटिक्स और साइकोलॉजी

कॉन्सेप्ट पर करें मेहनत

पीएमटी एग्जाम में कॉन्सेप्ट बेस्ड नए क्वैश्चंस पूछे जाते हैं। इसलिए हर टॉपिक के कॉन्सेप्ट और फॉर्मूले का यूज अच्छी तरह समझ लें। टॉपिकवाइज नए-नए क्वैश्चंस को सॉल्व करें और अपनी परफॉर्मेंस एनालाइज करें।

प्रैक्टिस करके बढ़ाएं स्पीड

हर दिन नियमित रूप से दो से तीन प्रैक्टिस सेट तय समय से थोड़े कम में सॉल्व करें। जितने ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट दे सकेें, जरूर दें। इससे आपकी स्पीड भी तेज होगी और आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा।

एक क्वैश्चन पर एक मिनट

इस एग्जाम में तीन घंटे में तीन सब्जेक्ट्स के 180 क्वैश्चंस पूछे जाते हैं। ऐसे में प्लानिंग के साथ एक क्वैश्चन पर एक मिनट या उससे कम समय दें, ताकि सभी प्रश्नों को देखकर उसे अटेम्ट कर सकेें। आखिर में आपके 15-20 मिनट रिवीजन के लिए भी बच जाएं, तो अच्छा है।

निगेटिव मार्किंग से बच के

एआइपीएमटी में निगेटिव मार्किंग सिस्टम है। सभी रॉन्ग आंसर के लिए एक अंक काट लिए जाते हैं। ऐसे में उन्हींक्वैश्चंस को पहले सॉल्व करें, जिन पर आप कॉन्फिडेंट हों। इसके बाद उनको टच करें, जिसमें 50-50 का चांस लग रहा हो। वैसे क्वैश्चंस को ट्राई करने की गलती न करें, जिनके किसी भी ऑप्शन के प्रति आप श्योर नहीं हैं।

छोटी मगर जरूरी बातें

फ्रेशर्स एग्जाम पैटर्न को पूरी तरह से समझ लें। अपने नोट्स जरूर बनाएं। उनसे रिवीजन करें।

क्लास के दौरान टीचर द्वारा बताई गई जरूरी बातों को अलग से नोट करें। किसी भी टॉपिक में कोई कंफ्यूजन बाकी न रखें।

एग्जाम टाइम टिप्स

-एग्जाम से एक दिन पहले ही खुद को पूरी तरह कूल रखें।

-एग्जाम हॉल में जब पेपर सामने हो, तो जरा भी न घबराएं।

-किसी तरह की टेंशन से बचने के लिए एग्जाम से कुछ देर पहले क्लासिकल या पुराने गाने सुनें और रिलैक्स हो लें।

-एग्जाम के दौरान मिल्की चॉकलेट खाएं। इससे ग्लूकोज भी मिलता रहेगा और रेस्पिरेटरी सिस्टम भी ठीक रहेगा।

सिस्टेमेटिक तैयारी जरूरी

पीएमटी की तैयारी के लिए आपको सिस्टेमेटिक अप्रोच रखना चाहिए। पहले ईजी क्वैश्चंस सॉल्व करें, फिर टफ। फिजिक्स की रोज कम से कम 4-6 घंटे प्रैक्टिस करें। केमिस्ट्री को 10-15 दिन पर रिवाइज करें। बॉयोलॉजी के लिए रेगुलर 2-3 घंटे फिक्स्ड टाइम दें। खुद को किसी से कम न समझें, सफलता आपकी मुट्ठी में होगी।

डॉ. कुंज बिहारी तिवारी

ऑर्थो सर्जन, आरएलकेएल हॉस्पिटल, दिल्ली


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