घर-घर जाकर सहिया बांटेगी डायरिया किट
शौच के बाद व खाना से पहले हैंडवॉश जरूरी : डीपीएम फोटो -
जागरण संवाददाता, चाईबासा : सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम सोमवार को सदर सीएचसी में शुरु हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. जगतभूषण प्रसाद ने कहा कि यह मौसम खतरनाक है। इसमें कई बीमारियों की आशंका आम दिनों की तुलना में कुछ ज्यादा हो जाती है। सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है। सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत हर घर में छोटे बच्चों के लिए ओआरएस किट दिया जायेगा। सहिया के द्वारा घर-घर जाकर ओआरएस का किट व दवा दिया जायेगा। सहिया ओआरएस घोल बनाने की जानकारी भी देगी। डॉ. प्रसाद ने कहा कि एक सप्ताह बाद स्तनपान के बारे में लोगों को जागरूक किया जायेगा। जिला के सभी स्कूलों में एएनएम द्वारा बच्चों को हैंडवॉश की विस्तार से जानकारी व उसके फायदे बताये जायेंगे। शौच के बाद व खाने से पहले कैसे हाथ साफ किया जाये। ताकि बच्चा डायरिया से प्रभावित नहीं हो। डीपीएम निर्मलचन्द्र दास ने कहा कि डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 25 जुलाई से 7 अगस्त तक मनाया जा रहा है। ओआरएस का घोल और ¨जक पिलाओ दस्त को मार दूर भगाओ नारे के साथ कार्यक्रम का आगाज किया गया। उन्होंने कहा कि दस्त के दौरान बच्चों को ¨जक और ओआरएस दोनों जरूर दें, दस्त के दौरान भी मां का दूध और तरल पदार्थ बच्चों को देना जारी रखें। दस्त होने पर 14 दिन तक ¨जक की खुराक देते रहे। बच्चे को दस्त हो जाये तो अपने निकट के सहिया या आंगनबाड़ी सेविका से मिलें। साथ ही अपने घरों में खाने-पीने की चीजों को ढक कर रखें। मक्खी से खाने का सामान दूर रखें। अपने आस-पास सफाई रखें, कोई भी बीमारी ज्यादा गंदगी से फैलने लगता है। इसलिए सफाई आधा दवा का काम करता है। खुले में रखा बाहर का खाना किसी हाल में नहीं खाना चाहिए। बरसात में बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। परहेज करें, जिससे बीमारी से बचाव हो।