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रक्षासूत बांध पेड़ों को बचाने की ली शपथ

सारंडा वन प्रमंडल के सासंगदा वनक्षेत्र के थोलकोबाद वन विश्रामागार में वन विभाग द्वारा सारंडा के ग्रामीणों के बीच एक समारोह आयोजित किया गया। जहां पूरे विधि-विधान के साथ पंडितों द्वारा वृक्षों की पूजा-अर्चना की गई। साथ ही पेड़ों की रक्षा करने की शपथ ग्रामीणों को दिलाई गई। इसके साथ ही वृक्षों को रक्षा सूत्र (रक्षाबंधन) बांधा गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 02:47 AM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 02:47 AM (IST)
रक्षासूत बांध पेड़ों को बचाने की ली शपथ
रक्षासूत बांध पेड़ों को बचाने की ली शपथ

संवाद सूत्र, किरीबुरू : सारंडा वन प्रमंडल के सासंगदा वनक्षेत्र के थोलकोबाद वन विश्रामागार में वन विभाग द्वारा सारंडा के ग्रामीणों के बीच एक समारोह आयोजित किया गया। जहां पूरे विधि-विधान के साथ पंडितों द्वारा वृक्षों की पूजा-अर्चना की गई। साथ ही पेड़ों की रक्षा करने की शपथ ग्रामीणों को दिलाई गई। इसके साथ ही वृक्षों को रक्षा सूत्र (रक्षाबंधन) बांधा गया। वहीं दूसरी तरफ उपस्थित ग्रामीणों को जंगल के पत्तों से पत्तल निर्माण (पत्ता बनाने) करने का प्रशिक्षण दिया गया।

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क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक सुनील गुप्ता एवं सारंडा वन प्रमंडल पदाधिकारी सतीश चन्द्र राय ने अपने संबोधन में ग्रामीणों से वृक्षों की सेवा व बचाव करने का आग्रह करते हुए कहा कि आज यह सभी मिलकर यह शपथ ले कि न ही वृक्षों को हम काटेंगे और न ही काटने देंगे। इसकी शुरूआत सारंडा वन प्रमंडल के थोलकोबाद से की जा रही है। आगे कहा कि आज जंगलों की कटाई हो रही है। अब हम आप ग्रामीणों को वनों की महत्व को समझाते हुए अन्य लोगों को समझाना होगा। तब जाकर जंगलों को कटने से रोक सकते हैं। अवैध वनों की कटाई करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करना हमारी ड्यूटी है। अगर आज वन बचेंगे तभी जाकर शुद्ध वातावरण लोगों को मिल पायेगा। इसके माध्यम से वनों से पत्तों को तोड़कर अपने घरों तक लाकर पत्तलों का निर्माण कर आर्थिक लाभ ग्रामीण कर सकेंगे। ग्रामीण पत्तों का निर्माण करें वन विभाग उसे स्वयं खरीदेगा बाजार आपको विभाग देगी। बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये सारंडा का प्रचार-प्रसार जरूरी है। सारंडा में पर्यटन की असीम सम्भावनाएं है। वन विभाग द्वारा जल्द ही सारंडा वन की अनुपमछटा पर एक डेकोमेन्ट्री फिल्म बनाने की योजना बनाई है। इसके माध्यम से प्रचार-प्रसार कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जायेगा। पर्यटकों को ठहरने के लिये थोलकोबाद, किरीबुरू, हाथी चौक बरायबुरू में वन विभाग की अतिथिशाला है। जहां लोग ठहर सकते हैं। थोलकोबाद में ग्रामीणों के लिये स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिये पानी सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है। थोलकोबाद पहुंचे अधिकारियों ने गुंडीजोड़ा के निकट वन विभाग द्वारा नवनिर्मित चेकडैम का एवं लिगिरदा क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया। इस बीच क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक सुनील गुप्ता के अलावा वन संरक्षक विश्वनाथ साह, सारंडा वन प्रमण्डल पदाधिकारी सतीश चंद्र राय, सासंगदा वनक्षेत्र पदाधिकारी सुरेन्द्र ¨सह, कोयना वन क्षेत्र पदाधिकारी मनोहरपुर विजय कुमार,जराईकेला वनक्षेत्र पदाधिकारी सुधीर लाल, सासंगदा वन क्षेत्र के वनपाल अशोक कुमार राम, इक्को विकास समिति अध्यक्ष विजय होनहागा सहित सारंडा के थोलकोबाद, बालिबा, कुदलीबाद, करमपदा, भनगांव, नोवागांव के सैंकड़ो महिला-पुरूष शामिल थे।


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