हीरा देवी हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : सूरदास! सूरदास! सूरदास! यह शब्द कहना हीरा देवी को काफी महंगा पड
संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : सूरदास! सूरदास! सूरदास! यह शब्द कहना हीरा देवी को काफी महंगा पड़ गया। इसके कारण हीरा देवी उम्र 60 वर्ष की 19 जनवरी को हत्या हो गई। शुक्रवार को जेटेया थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार यादव ने हीरा देवी हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार 19 दिसंबर को राशन लाने नयागांव गई हीरा देवी की हत्या गला दबाकर व डंडे से पीटकर जेटेया थाना क्षेत्र के सरना स्थल पर बाप-बेटे ने मिलकर कर दी थी। हत्यारोपी का नाम अनिल गोप उर्फ नारायण गोप उम्र 52 वर्ष व उसके बेटे का नाम प्रफुल्लो गोप उम्र 26 वर्ष है। बाप-बेटे ने हीरा देवी की हत्या कर शव को जायरा स्थल के पास स्थित झाड़ी में छिपा दिया था। जेटेया पुलिस ने 25 दिसंबर को हीरा देवी का शव बरामद कर लिया था। मृतक के बेटे गुरुचरण गोप ने थाने में अपनी मां हीरा देवी के लापता हो जाने की सनहा दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी सुरेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि हीरा देवी के हत्याकांड की जांच पुलिस एक महीने से कर रही थी। शुक्रवार को शक के आधार पर जेटेया गांव के अनिल गोप व प्रफुल्लो गोप दोनों बाप-बेटे को थाना लाया गया। पुलिस की पुछताछ में दोनों बाप-बेटे ने स्वीकार किया की हीरा देवी की हत्या उन्होंने ही की है। घटना का कारण काफी पहले से बागवानी वाले खेत में बकरी चराने को लेकर था। साथ ही मृतक हीरा देवी अक्सर आरोपी अनिल गोप को सूरदास कह कर चिढ़ाती थी। इसी बात को अनिल के अंदर गुस्सा भरा था। आरोपी अनिल गोप ने पुलिस को बताया कि हत्याकांड वाले दिन वह बड़ापासेया गांव में दाह संस्कार में गया था। वहां से लौटने के बाद शाम को वह अपने बेटे प्रफुल्लो गोप के साथ अपनी बागवानी को देखने गया था। तभी रास्ते में नयागांव राशन डीलर के यहां से लौट रही हीरा देवी उसे दिखी। वह नशे में थी। शाम करीब 6 बजे का समय था। मौका देखकर हीरा देवी की दोनों ने हत्या कर दी व शव को खेत में छिपा दिया और तो और दोनों आरोपियों ने मृतक के बेटे के साथ हीरा देवी की खोजबीन में भी मदद की थी। साथ ही दोनों आरोपियों ने शव को फिर दूसरे स्थान गागासाई स्थित एक खेत में ले जाकर 23 दिसंबर को छिपा दिया। 24 दिसंबर को गाय चरवाहा के माध्यम से मृतक के बेटे को गागासाई में एक महिला की लाश पाए जाने की जानकारी मिली। उसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। थाना प्रभारी यादव ने कहा कि दोनों आरोपी बाप-बेटा को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया गया है। आरोपी अनिल गोप की एक आंख खराब है। दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया है। जानकारी हो कि मृतक हीरा देवी व आरोपी अनिल गोप के आपसी रंजिश को लेकर ग्रामीण मुंडा रमेशचंद्र तिरिया की देखरेख में बैठक कर 4 दिसंबर को ही आपस में सुलहनामा हो गया था।