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करोड़ों भारतियों की जनवाणी बनें संस्कृत : किरण पासी

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के माधव सभागार में शनिवार को संस्क

By Edited By: Published: Sun, 01 Feb 2015 01:08 AM (IST)Updated: Sun, 01 Feb 2015 01:08 AM (IST)
करोड़ों भारतियों की जनवाणी बनें संस्कृत : किरण पासी

जागरण संवाददाता, चाईबासा : पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के माधव सभागार में शनिवार को संस्कृत बाल मेला सह सरल संस्कृत प्रतियोगिता 2014 पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रशिक्षु आइएएस किरण पासी, विशिष्ट अतिथि कोल्हान विवि के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. रागिनी भूषण, महिला कॉलेज के संस्कृत विभाग के डॉ. निवारण महथा व प्राचार्य सुरेन्द्र कुमार राय ने दीप प्रज्वलन और पुष्पार्चन कर किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि किरण पासी ने बच्चों द्वारा लगाए गए खाद्य व्यंजनों एवं बच्चों के सारगर्भित संस्कृत वाणी से अभिभूत हो कहा कि यहां का पूरा वातावरण संस्कृतमय है। भारतीय जीवन दृष्टि में संस्कृत का बहुत महत्व है। यह देववाणी ही नहीं करोड़ों-करोड़ भारतियों की जनवाणी होनी चाहिए। इसमें संस्कार-संस्कृति के तत्व भी छिपे हुए हैं। विशिष्ट अतिथि डा. रागिनी भूषण ने कहा कि संस्कृत आज के समय में केवल पूजा-पाठ की भाषा ही नहीं हमारी जीवन पद्धति का अभिन्न अंग भी है। कम्प्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा संस्कृत ही है। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचाल बहन आस्था एवं पूजा कुमारी ने किया। अतिथि परिचय संस्कृत आचार्य मुरलीधर मिश्र ने कराया। इस दौरान सरल संस्कृत प्रतियोगिता में छठी कक्षा में संत विवेका की श्रुति प्रिया को प्रथम, एकलव्य प्लस टू उवि तोरसिंदरी की शबनम बोदरा द्वितीय व पदमावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की सुप्रिया महतो तृतीय स्थान पर रही। वर्ग अष्टम में शिशु मंदिर का पियूष प्रथम, डीएवी का दीपक कुमार महथा द्वितीय व शिशु मंदिर का शशि भूषण सिंकू तृतीय रहा है।


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