एसीसी की राजंका माइंस के बंद होने से खलबली
संवाद सहयोगी, चाईबासा :
एसीसी राजंका चूना पत्थर खदान के बंद होने से क्षेत्र में खलबली मच गयी है। नौकरी जाने के डर से स्थायी व अस्थायी मजदूर एक मंच पर आकर सरकार को कोस रहे हैं। गुरुवार को चाईबासा सीमेंट बचाओ अभियान समिति झींकपानी के बैनर तले यहां के स्थायी एवं अस्थायी मजदूरों की एक आमसभा महंती हांसदा की अध्यक्षता में कंपनी गेट के समक्ष हुई। सभा को संबोधित करते हुए हांसदा ने मजदूरों से कहा कि सरकार के उदासीन रवैये के चलते आज हम लोग बेरोजगार एवं भुखमरी के शिकार हो रहे हैं। सरकार अविलंब कंपनी का लीज नवीकरण कर हम लोगों को इस मुसीबत से बचाये। यूनियन के महासचिव अरविंद सिंह ने कहा कि यह वक्त सभी मजदूरों को आपसी गुटबाजी को छोड़कर एकजुट हो उद्योग को बचाने के लिए सरकार पर दबाव डालने का है। सरकार दूसरे राज्यों की तरह यहां भी सरकार एक्सप्रेस आर्डर के तहत आदेश दे जिससे चूना-पत्थर खदान फिर से चालू हो सके और हम मजदूर संकट की इस घड़ी से उबर सके। अभियान समिति अध्यक्ष त्रिभुवन हेस्सा ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक सरकार खदान को फिर से चालू नहीं करा देती है हमें एक साथ मिलकर संघर्ष करते रहना है। 14 वर्षो से झारखंड सरकार के उदासीन रवैये के चलते यहां के करीब 8 हजार मजदूर प्रत्यक्ष एवं 20 हजार व्यक्ति अप्रत्यक्ष रूप से भुखमरी एवं बेरोजगारी के शिकार हो रहे है। साथ ही कंपनी के द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ने वाले स्थानीय छात्रों का भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है। साथ ही चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध नहीं हो सकेगा। अभी पूरे देश के लोग दुर्गा पूजा मनाएंगे वहीं यहां की जनता दुख एवं भय की जिंदगी जीने को मजबूर होंगे। सरकार से आग्रह किया कि जल्द से जल्द यहां के खदान को खोलने का आदेश प्रदान किया जाए। इस अभियान को जारी रखने के लिए यहां पर हर मजदूर अपने सांस की अंतिम दम तक लड़कर लेने की प्रतिज्ञा की है। सभा में मुख्य रूप से पप्पू महतो, राजू श्री कौशल कुमार सिन्हा, शशिभूषण हेस्सा, प्रताप सिन्हा, त्रिभुवन प्रसाद, के.एस. गांधी, राजेश विश्वकर्मा, राकेश पांडेय आदि ने भी संबोधित किया।