गोशाला निर्माण के लिए चिह्नित करें जमीन : डीसी
सिमडेगा : समाहरणालय सभाकक्ष में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में पशु क्रूरता निवारण समिति
सिमडेगा : समाहरणालय सभाकक्ष में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने कहा कि सड़क के इर्द-गिर्द पशुओं का जमावड़ा होने से सड़क दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रही है। वैसे लावरिश मवेशियों को पकड़ कर गौशाला में रखें जो खासकर रात्रि में सड़क के विशेष जगहों पर पशुओं का जत्था मौजूद होता है। उससे की आवागमन में परेशानी होती है। उन्होने मौके पर उपस्थित जिला पशुपालन पदाधिकारी, एसडीपीओ को सीओ सिमडेगा से समन्वय स्थापित कर लावारिश पशुओं को पकड़ने का निर्देश दिया। साथ ही गोशाला में रखने की बात कही। जहां से उनके मालिकों से जुर्माना व चेतावनी देते हुए पशु देने की बात कही। जिन पशुओं के मालिक समय पर गौशाला से पशु नहीं ले जायेंगे, उन पशुओं की नीलामी कर दी जायेगी। तत्काल गौशाला में काफी लावारिश पशु है, जिसके मालिक अभी तक उन पशुओं को लेने नहीं आये हैं। उपायुक्त ने उन लोगों को समय रहते अपने अपने पशु ले जाने की अपील की। गौशाला में काफी मात्रा में गोबर मौजूद है। जिन इच्छुक आम जनता को गोबर की आवश्यकता हो वे मुफ्त में गौशाला से गोबर ले जा सकते है। उपायुक्त ने पशुपालन पदाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी को पशु तस्करी तथा गो हत्या पर रोक लगाने का निर्देश दिया।जिन किसी भी व्यक्ति के द्वारा इस प्रकार का गलत काम किया जाता है उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए जेल भेजें। उन्होंने पशुपालन पदाधिकारी को 3 से 5 एकड़ जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया जहां गौशाला का निर्माण किया जायेगा। साथ हीं जिलान्तर्गत हाट-बाजारों जहां अधिक संख्या में जानवरों का खरीद-बिक्री की जाती है, उसे चिन्हित कर पशु शेड का निर्माण मनरेगा से कराने का निर्देश दिया। खरीद बिक्री के लिए पशु शेड का निर्माण के लिए भी जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया। उन्होने यह भी कहा कि जिला अन्तर्गत पंजीकृत-अपंजीकृत वधशालाओं का निरीक्षण कर उसके उपर पीसीए एक्ट 1960 एवं ²ढ़तापूर्वक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ हीं अपंजीकृत बधशालाओं का नियमानुसार लाइसेन्स निर्गत करने के विषय पर भी चर्चा की गई। पशु क्रूरता के संबंध में आम जनता को जागरूक करने हेतु सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर बैनर, पोस्टर के माध्यम से प्रचार प्रसार करने की भी बात कही। जिन जगहो पर सबसे ज्यादा पशु तस्करी तथा गो हत्या की जाती है। वैसे जगहो पर खास नजर रखने को कहा गया।मौके पर डीएफओ ,एसडीपीओ सिमडेगा, जिला पशुपालन पदाधिकारी,गौशाला के सचिव, जिला पशु शल्य चिकित्सा पदाधिकारी, नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
समस्या को उठाता रहा है जागरण
सिमडेगा: लावारिश पशुओं एवं तस्करों से जब्त की गई पशुओं के देखभाल एवं उन्हें रखने के लिए समुचित ढंग की व्यवस्था नहीं होने का मुद्दा दैनिक जागरण कई बार उठाता रहा है। पिछले दिनों भी न घर है ना ठिकाना,ये बेजुबान जाएं कहां शीर्षक की खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित हुई थी।इधर उपायुक्त के द्वारा गोशाला निर्माण के लिए जमीन चिह्नित करने संबंधी दिए गए निर्देश से बदलाव की उम्मीद जग गई है।