तीन ग्रामीणों में पाए गए एंथ्रेक्स के लक्षण
जासं, सिमडेगा : जिले में दिन-पर-दिन संभावित एंथ्रेक्स मरीज की संख्या में इजाफा होता ही जा रहा है। गु
जासं, सिमडेगा : जिले में दिन-पर-दिन संभावित एंथ्रेक्स मरीज की संख्या में इजाफा होता ही जा रहा है। गुरुवार को ताराबोगा पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को एक नया मरीज इसदोर केरकेट्टा के रूप में मिला। टीम ने सैंपल लेकर उसे दवा प्रदान की। इसके अलावा कोनबेगी जलकीटोली में अल्फोंस मिंज एवं मरीन बेक में भी एंथ्रेक्स के लक्षण पाए गए हैं। प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया की बीमारी के मद्देनजर बसारटोली, कोनबेगी, ताराबोगा में नियमित रूप से जांच टीम भेज कर डोर टू डोर अभियान चलाकर बीमारी की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली जा रही है। साथ ही, बताया की लोगों को नियमित रूप से दवा सेवन के साथ मांस-मछली का सेवन नहीं करने, मृत पशु को नहीं छूकर उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग या पशुपालन विभाग को देने की बात कही जा रही है। उन्होंने बताया की फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। साथ ही, कहा कि किसी भी तरह का फोड़ा होने पर ग्रामीण अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर उसकी जांच अवश्य कराए।
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मांस-मछली की बिक्री पर रोक
सिमडेगा : जिले के ठेठाईटांगर में गुरुवार से मांस मछली की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। मालूम हो कि एंथ्रेक्स बीमारी की आशंका के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी खत्म नहीं होने तक लोगों को इसके सेवन से बचने की अपील की है।
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अब तक 13 संदिग्ध मरीज मिले
सिमडेगा : जिले के ठेठाईटांगर व बोलबा में अब तक स्वास्थ्य विभाग को एंथ्रेक्स के 11 संदिग्ध मरीज मिले हैं। वहीं दो दर्जन से भी अधिक पशु की मौत की बात सामने आ चुकी है। बसारटोली में पांच, कोनबेगी में छह, पीडियापोछ में एक और ताराबोगा में एक मरीज मिले हैं। बीमारी से बसारटोली के एमिल नामक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।