नेता जी तो बदल गए, हम कैसे बदलें
सिमडेगा : नेताजी के फटाफट दल बदलने से सबसे बुरा हाल पार्टी कार्यकर्ताओं की हो रही है। कुछ ऐसा ही हाल कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का है। जहां पूर्व मंत्री व विधायक रह चुके नियेल तिर्की के द्वारा कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर आजसू से खूंटी लोकसभा की उम्मीदवारी पेश कर दी गई। ऐसे में सिमडेगा प्रखंड में तो कुछ कार्यकर्ताओं ने हिम्मत जुटाकर अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कुछ ने नियेल तिर्की में विश्वास जताते हुए आजसू का दामन थाम लिया, तो कईयों ने अपने पुराने घर में ही रहना मुनासिब समझा। इनमें से कई लोग वैसे भी हैं जिन्होंने नया दल अपना लिया है। लेकिन लोगों से मुखातिब होने से कतरा रहे हैं। उन्हें जिले से बाहर जिम्मेवारी सौंप दी गई है। इन सबसे अलग कुरडेग प्रखड के कार्यकर्ताओं का हाल है जहां नियेल तिर्की की सभा में कांग्रेस के पुराने साथी व कांग्रेसी चौकड़ी के लोग मंच के आस-पास तो दिखे, लेकिन मीडिया की नजरों से बचते रहे। काफी कुरेदने पर बस इतना कहा कि देखते हैं आगे स्थिति क्या बनती है। ऊंट जिस करवट बैठेगा, पलटी उधर ही मारेंगे।