नियंत्रण कक्ष रखेगा पेयजल संकट पर नजर
जागरण संवाददाता, सरायकेला : जिला प्रशासन गर्मी में पेयजल संकट से निपटने के लिए तैयार है। इसक
जागरण संवाददाता, सरायकेला : जिला प्रशासन गर्मी में पेयजल संकट से निपटने के लिए तैयार है। इसके लिए खाका खींच लिया है। जिले में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि पिछले वर्ष जिले में गर्मी के दिनों में पेयजल संकट गहराई थी। इस बार गर्मी में जिला वासियों को पेयजल की संकट न हो इसके लिए प्रत्येक प्रखंड में सहायक व कनीय अभियंता को नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्त कर जवाबदेही की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्रखंड में मरम्मति वाहन व गैंग की व्यवस्था कर दी गई है। प्रखंड विकास पदाधिकारी व पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कनीय अभियंता को समस्याग्रस्त गांवों को चिन्हित करने के निर्देश दिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि जिले में आवश्यकतानुसार 200 नए चापाकल, 20 उच्च प्रवाही नलकूप एवं 550 नलकूपों के सड़े पाइप बदलकर चालू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि जिले में 15367 चापाकल है। इसमें से विशेष मरम्मति के लिए 425 चापाकल, सड़े राईजर पाइप के कारण 875 समेत कुल 1300 चापाकल बंद है। इसके अलावे जल स्तर नीचे जाने के कारण 37 चापाकल बंद है। वर्तमान नए टोलों में 25 चापाकल की आवश्यकता है। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सभी चालू चापाकलों को चालू रखना तथा साधारण मरम्मत के कारण कोई चापाकल बंद न हो यह सुनिश्चित करना है। ग्रामीण जलापूर्ति योजना को हर हाल में चालू रखना है।
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मौलाडीह ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को 5 लाख का पुरस्कार
विश्व जल दिवस के अवसर पर दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में झारखंड सरकार की ओर से जिले के जोजोडीह पंचायत अंतर्गत मौलाडीह ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को पेयजल एवं स्वच्छता में उत्कृष्ट कार्य के लिए पांच लाख रुपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ। उपायुक्त रमेश घोलप ने पूरे जिले वासियों को पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल एवं जिला प्रशासन की ओर से मौलाडीह ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को हार्दिक शुभकामनाएं दी है।