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सीनी में सात रुपये गैलन बिक रहा पानी

जलापूर्ति योजना ठप रहने से गहराया पेयजल संकट सीनी: सीनी में विगत पांच दिनों से जलापूर्ति ठप हो गई है। इस वजह से संकट का आलम यह है कि साढ़े सात रुपये प्रति गैलन पानी बिक रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 02:47 AM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 02:47 AM (IST)
सीनी में सात रुपये गैलन बिक रहा पानी
सीनी में सात रुपये गैलन बिक रहा पानी

परेशानी: जलापूर्ति योजना ठप रहने से गहराया पेयजल संकट

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सीनी: सीनी में विगत पांच दिनों से जलापूर्ति ठप हो गई है। इस वजह से संकट का आलम यह है कि साढ़े सात रुपये प्रति गैलन पानी बिक रहा है।

जानकारी हो कि सीनी में पानी की समस्या काफी पुरानी है। यहां वर्षों से अपनी जरूरत के लिए पानी खरीदने की परंपरा है। सीनी में न केवल पेयजल बल्कि नहाने-धोने के लिए भी पानी की किल्लत है। यहां दो-एक जलाशय हैं जहां लोग नहाने-धोने का काम करते हैं। परंतु गर्मी के दस्तक देते ही जलाशय सूखने लग जाते हैं जिससे लोगों को पानी की समस्याओं से जूझना पड़ता है। सीनी में पेयजल की समस्या चुनावी मुद्दा बन गया था। चुनाव आते ही प्रत्याशी जलापूर्ति योजना स्थापित करने की घोषणा करते हैं और चुनाव बाद भूल जाते हैं। लंबे समय तक जनता जलापूर्ति की मांग करती रही और काफी जद्दोजहद के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रयास से सीनी में जलापूर्ति योजना धरातल पर उतारी गई। उकरी में सोना नाला पर इंटेक वेल एवं जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित कर सीनी में जलमीनार निर्माण कर सीनी के पॉश इलाके में जलापूर्ति का शुभारंभ किया गया। जलापूर्ति चालू होते ही सीनी के लोगों को काफी हद तक जलसंकट की समस्या से राहत मिली। जलापूर्ति व्यवस्था की निगरानी एवं संचलन के लिए एक समिति बनाई गई और समिति को जलापूर्ति की सारी जिम्मेवारी सौंपी गई। परंतु विभिन्न कारणों से आए दिन जलापूर्ति ठप होने लगी और पूरी तरह से लोगों को जलसंकट से निजात नहीं मिली। जब-जब जलापूर्ति ठप होती है लोगों को अपनी जरूरत के लिए पानी खरीदना पड़ता है। विगत दो वर्षों से सरकार के निर्देशानुसार जलापूर्ति व्यवस्था की जिम्मेवारी पानी पंचायत को दी गई। अब जलापूर्ति व्यवस्था की देख-रेख एवं संचालन मुखिया व जल सहिया पर है।

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दिक्कत दूर करने के हो रहे प्रयास: अशोक

सीनी पंचायत के उप मुखिया अशोक अग्रवाल ने कहा कि सीनी में गर्मी की वजह से अधिकांश चापाकल का जलस्तर नीचे चला गया है तथा कुंआ सूखने के कगार पर है। विगत कुछ दिनों से सीनी में जलापूर्ति की व्यवस्था चरमरा गई है और लोगों को पानी के लिए काफी परेशानी हो रही है। विगत पांच दिनों से सीनी में जलापूर्ति बंद है और पानी की कीमत बढ़ गई है। जलापूर्ति बंद होने से पानी समस्या से निपटने के लिए लोग पूर्व की भांति पानी खरीद रहे हैं। पहले जहां सीनी में पानी की कीमत पांच रुपये प्रति टीना थी, जलापूर्ति ठप होने पर साढ़े सात रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि आए दिन जलापूर्ति की शिकायत लेकर लोग उनके पास आते हैं और वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं। -------------------

बिजली की वजह से जलसंकट: मुखिया

मुखिया कान्हु माझी ने कहा कि बिजली समस्या को लेकर कुछ दिनों से जलापूर्ति की समस्या हो गई है। इस संबंध में विभाग को जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि इंटेक वेल में मोटर जल गया था जिसके कारण जलापूर्ति ठप हुई। उन्होंने कहा कि मोटर बन गया है परंतु पंप में तकनीकी खराबी हो गई है जिसे दुरुस्त किया जा रहा है। एक-दो में जलापूर्ति चालू हो जाएगी।

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पंच बनते ही शुरू होगी जलापूर्ति: ज्योति

जल सहिया ज्योति मुखी ने कहा कि मानगो में पंप बनाने दिया गया है। परंतु वहां हालात सामान्य नहीं रहने के कारण दुकान बंद रहने पर पंप की अब तक मरम्मत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पंप बनते ही जलपूर्ति चालू होगी।


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