स्वच्छ भारत मिशन:
साहिबगंज : स्वच्छ भारत अभियान की रफ्तार समय के साथ मंद पड़ती जा रही है। लगभग दो साल पहले जिस उत्साह
साहिबगंज : स्वच्छ भारत अभियान की रफ्तार समय के साथ मंद पड़ती जा रही है। लगभग दो साल पहले जिस उत्साह व गर्मजोशी के साथ इस अभियान की शुरुआत की गई थी वह अब ढीली पड़ती जा रही है। इस अभियान को जैसा जनसमर्थन मिला, उसकी झलक भी अब देखने को नहीं मिलती। लोगों में अब इस अभियान के प्रति उत्साह काफी कम होता जा हैं। जिले में भी इस अभियान की अब तो हवा निकलने लगी है। अब न तो जनता और न सरकारी अमला ही इस ओर ध्यान दे रहा है। शहर में जगह-जगह फैली गंदगी को देखकर ग्रामीण इलाकों की स्वच्छता की स्थिति क्या होगी, इसका अनुमान स्वत: लगाया जा सकता है। अभियान के शुरुआती दौर में नगर के कई मुहल्लों को लोगों ने चकाचक कर दिया था और कूड़ा-कचरा निश्चित स्थान पर फेंका जाता था, लेकिन स्थिति अब पूर्ववत होती जा रही है। साहिबगंज नगर परिषद् भी स्वच्छता अभियान को मुकाम तक नहीं पहुंचा पा रहा। शहर की मुख्य सड़कों को तो कुछ हद तक साफ रखा जाता है, लेकिन गली-कूचों की हाल क्या कहने। हालांकि नगर परिषद ने स्वच्छता अभियान के नाम पर तड़क-भड़क खूब दिखाया। लेकिन परिणाम अपेक्षित नहीं मिला।
हड़ताल से शहर में लगी गंदगी : नगर परिषद् में हड़ताल के कारण नगर में चारों ओर अभी गंदगी का अंबार लग गया है। नप में सफाई समेत अन्य कार्य ठप है। इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रही सही कसर नगर में बिछाए जा रहे सीवरेज सिस्टम ने पूरी कर दी। जिस कारण शहर की कई गलियां कीचड़ युक्त बन गयी है।
नगर परिषद के सामने ही गंदगी का अंबार : नगर परिषद के कार्यालय के सामने स्थित एनएच किनारे हीं गंदगी रहती है। नप कार्यालय के सामने बने यूरिनल की शायद ही कभी सफाई होती हो। हलांकि स्वच्छता अभियान के दौरान इसकी साफ-सफाई करायी जाती थी, लेकिन बाद मे इसे भूल गये।
सचिव ने दिया अभियान में तेजी लाने का निर्देश : सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव अमरेंद्र प्रताप ¨सह एवं निदेशक एसबीएम राजेश कुमार शर्मा ने साहिबगंज डीसी को स्वच्छ भारत अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया है।