सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं आभूषण व्यवसायी
साहिबगंज : शहर के आभूषण व्यवसायी अपनी सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं हैं। रविवार की अहले सुबह एक स्वर्ण
साहिबगंज : शहर के आभूषण व्यवसायी अपनी सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं हैं। रविवार की अहले सुबह एक स्वर्ण व्यवसायी से 25 लाख के जेवरात की लूट के बाद 'दैनिक जागरण' ने शहर में सुरक्षा का जायजा लिया। घटना के बाद सभी व्यवसायी सहमे हैं। कई व्यवसायियों ने सुरक्षा के लिए प्रशासनिक व्यवस्था के साथ-साथ अपनी जवाबदेही भी स्वीकारी। शहर में आभूषणों के छोटे-बड़े लगभग 40 दुकान हैं। इनमें से मात्र 8-9 बड़े दुकानों में ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरा लगा है। कई छोटे दुकानदारों ने कैमरा लगाने में अपनी असमर्थता जाहिर की। हालांकि सुरक्षा के प्रति गंभीरता का इजहार किया।
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व्यवसाय पर पड़ सकता असर
आभूषण व्यवसायियों ने लूट की वारदात को व्यवसाय के लिए घातक बताया। कई दुकानदारों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस तरह की घटना से कोई भी साहिबगंज में व्यापार करने से घबराएगा।
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पीड़ित व्यवसायी से पूछताछ
पुलिस ने लूट के शिकार कोलकाता के व्यवसायी पार्थो दास से सुबह भी घटना के संबंध में कई अहम बिंदुओं पर पूछताछ की। सोमवार की दोपहर बाद बाटा चौक स्थित एक आभूषण व्यवसायी से भी पूछताछ की।
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लूट मामले में 10 वर्षीय बालक की तलाश
साहिबगंज पुलिस रविवार तड़के हुई लूट की वारदात में दस वर्षीय एक शातिर बालक की जोर शोर से तलाश कर रही है। दरअसल व्यवसायी पार्थो दास से लूट के फौरन बाद घटनास्थल पर उक्त बालक पार्थो दास की हालत का आकलन करने आया था। पार्थो को तीनों लुटेरों ने मार कर जमीन पर गिरा दिया था और बैग लेकर भाग रहे थे। पार्थो दास ने बताया कि इसी क्रम में एक 10 वर्षीय बालक उनके पास आया। पार्थो दास ने बालक से पूछा कि क्या तुम उन तीनों को पहचानते हो, इतना पूछना था कि बालक वहां से भाग गया।
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शहर में कई झपटमार गिरोह सक्रिय
शहर में इन दिनों कई झपटमार गिरोह सक्रिय हैं। सूत्रों की मानें तो इन गिरोहों में छोटी उम्र के बालक व युवक शामिल हैं। गिरोह में इनकी भूमिका भी तय है। कोई रेकी का काम करता है तो कोई सूचक का। ऐसे गिरोह अक्सर रात में यात्रियों को अपना निशाना बनाते हैं। वारदात के लिहाज से रेलवे प्लेटफार्म नंबर एक के समीप केबिन गली सहित साउथ कॉलोनी के कई इलाके संवेदनशील माने जाते हैं। शातिर झपटमार गिरोह के सदस्य स्टेशन से खुलने वाली ट्रेन में बैठे यात्रियों से मोबाइल व अन्य सामान झपट कर इन इलाकों से भाग निकलते हैं।